क्या लालू परिवार में लड़ाई की असली वजह जंगलराज में राजा बनने की कोशिश है?
सारांश
Key Takeaways
- लालू परिवार की विरासत को लेकर विवाद है।
- जंगलराज में राजा बनने की कोशिश की जा रही है।
- महिला रोजगार योजना के तहत नीतीश कुमार ने कई कदम उठाए हैं।
- आरके सिंह को सलाह दी गई है कि वे सोच-समझकर बयान दें।
- तेजस्वी यादव वर्तमान में पार्टी के प्रमुख हैं।
नई दिल्ली, 24 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के सोशल मीडिया पोस्ट पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता हर्षवर्धन सिंह ने यह कहा कि यह जंगलराज में राजा बनने की एक महत्वपूर्ण लड़ाई है।
जदयू नेता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि रोहिणी आचार्य ने अपने पिता को किडनी दान की है, जिसके कारण लोग उनका सम्मान करते हैं। लेकिन, लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रही यह लड़ाई विरासत को लेकर है। यह शक्ति और वर्चस्व की लड़ाई है।
हर्षवर्धन सिंह ने कहा कि लालू परिवार जंगलराज का प्रतीक है। वे जंगलराज फिर से स्थापित करना चाहते हैं, और यही कारण है कि राजा कौन होगा, इसके लिए लड़ाई चल रही है। वर्तमान में, तेजस्वी यादव पार्टी के प्रमुख हैं और वे जंगलराज के राजा बनने की चाह रखते हैं।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना पर जदयू नेता ने कहा कि देश भर में लोग जानते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए कई कदम उठाए हैं। अब पीएम मोदी का साथ भी है। मुझे यकीन है कि बिहार में डबल इंजन की सरकार के नेतृत्व में बिहार की महिलाएं भी सशक्त होंगी।
आरके सिंह के बयान पर जदयू नेता ने कहा कि वे भाजपा के बड़े नेता हैं और एनडीए के साथ हैं। भाजपा ने उन्हें बहुत कुछ दिया है और उन्हें सम्मान मिला है। जदयू नेता ने कहा कि यदि वे चुनाव नहीं हारते, तो इस बार भी उन्हें मंत्री बनाया जाता। उन्होंने आरके सिंह को सलाह दी कि वे वरिष्ठ नेता हैं, इसलिए बयान देने से पहले सोचें। मैं उनसे इस तरह की बातों की अपेक्षा नहीं करता।