क्या लालू परिवार को अब टिन का चश्मा उतारना चाहिए? बिहार विकास के नए दौर में है : सम्राट चौधरी
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में विकास की नई कहानी शुरू हो चुकी है।
- लालू यादव का परिवार पुराने राजनीतिक दृष्टिकोण से बाहर नहीं निकल सका है।
- जनता की राय अंतिम निर्णय में महत्वपूर्ण होगी।
पटना, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजनीति के ताने-बाने के बीच, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सोमवार को राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस पर दबाव डालकर अपने बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री घोषित करने की कोशिश की, वह बिहार की जनता द्वारा कभी स्वीकार नहीं की जाएगी।
सम्राट चौधरी ने कहा, "तेजस्वी यादव खुद ही अपनी शपथ ग्रहण की तारीख बता रहे हैं, लेकिन असली फैसला तो जनता करेगी। जब जनता तय करेगी, तभी कोई शपथ ले सकेगा।"
डिप्टी सीएम ने तंज कसा कि लालू यादव के परिवार को टिन का चश्मा उतारना चाहिए, क्योंकि बिहार अब विकास के नए दौर में प्रवेश कर चुका है। आज बिहार में उद्योग और निवेश की नई कहानी लिखी जा रही है।
उन्होंने बताया कि राज्य में 13 इथेनॉल फैक्ट्रियां स्थापित हो चुकी हैं। देश में सबसे अधिक बॉटलिंग प्लांट आज बिहार में हैं। कोका-कोला और पेप्सी जैसे बड़े ब्रांड यहाँ उत्पादन कर रहे हैं। ये सब बिहार की नई औद्योगिक पहचान को दर्शाते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि लालू यादव का परिवार आज भी पुराने बिहार की राजनीति में अटका हुआ है, जबकि जनता अब नई सोच और नए दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ चुकी है।
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, "गांधी परिवार को कभी जलेबी छाननी पड़ती है, तो कभी मछली पकड़नी पड़ती है।"
डिप्टी सीएम ने कहा कि बिहार सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में तेजी से विकास की दिशा में काम कर रही है। आज गांवों से लेकर शहरों तक सड़कों, बिजली, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस बार बिहार की जनता एनडीए को दो-तिहाई बहुमत के साथ आशीर्वाद देगी। लालू यादव और तेजस्वी यादव को जनता ने पहले भी सबक सिखाया है और इस बार फिर वही दोहराया जाएगा।