क्या लालू परिवार ने गाली-गलौज, जंगलराज और भ्रष्टाचार को अपना संस्कार बना लिया है? - नित्यानंद राय

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव का पीएम मोदी के खिलाफ बयान विवाद का विषय बना।
- नित्यानंद राय ने लालू परिवार को गंभीर आरोपों का सामना कराया।
- बिहार में चुनावी माहौल में बढ़ती राजनीतिक तनाव की स्थिति।
पटना, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव का माहौल गर्मा गया है। इस दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी के लिए विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव विवादों में आ गए हैं। तेजस्वी की जनसभा में पीएम मोदी के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया है। इस घटना के पश्चात, सत्ता पक्ष ने तेजस्वी पर कड़ा प्रहार किया है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि वैशाली की धरती पर राजद कार्यकर्ताओं के द्वारा तेजस्वी की उपस्थिति में पीएम मोदी के खिलाफ गाली-गलौज की गई। उन्होंने चेतावनी दी कि अब पानी सर से ऊपर बह चुका है। बिहार के लोगों का इम्तिहान लेना तेजस्वी यादव बंद करें, अन्यथा परिणाम बहुत गंभीर होंगे और 'कंस' की तरह बिहार की जनता वोटों की वाण से इनका समूल नाश कर देगी।
नित्यानंद राय ने आगे कहा कि यह एक सुनियोजित साजिश है जिसके तहत तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के नेतृत्व में बार-बार देश के प्रधानमंत्री पर अमर्यादित टिप्पणियां की जा रही हैं। तेजस्वी की मौजूदगी में जिस तरह पीएम मोदी का अपमान किया गया, वह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि एक शर्मनाक कृत्य भी है।
उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री के खिलाफ राजद के मंच से अमर्यादित टिप्पणी की गई है। इससे पहले, दरभंगा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की उपस्थिति में भी इसी प्रकार की टिप्पणियां की गई थीं। जब इससे भी संतोष नहीं हुआ, तो कांग्रेस पार्टी ने एआई जनरेटेड वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री और उनकी पूजनीय माता का अपमान करने का प्रयास किया।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि यह साफ हो गया है कि राजद और कांग्रेस पार्टी जानबूझकर प्रधानमंत्री मोदी को अपमानित करने का काम कर रहे हैं और इसे प्रोत्साहित करने का कार्य स्वयं तेजस्वी यादव और राहुल गांधी कर रहे हैं।
राजद के शासन काल की याद दिलाते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि 1990 से 2005 के डर, भय, आतंक और लूट की याद अब भी लोगों को सिहरन देती है। गुंडाराज की संस्कृति अब बिहार के लोग किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि लालू परिवार ने गाली-गलौज, गुंडाराज, जंगल राज, नरसंहार राज और भ्रष्टाचार को अपना संस्कार तथा शिष्टाचार बना लिया है। ऐसे में बिहार के लोगों की भावनाओं से खेलने का परिणाम बहुत महंगा पड़ने वाला है, क्योंकि बिहार के लोग मान-सम्मान के साथ कभी समझौता नहीं करते और इस बार बिहार की जनता ऐसा हिसाब-किताब करेगी कि महागठबंधन के लोग सत्ता में आना तो दूर, विपक्ष में बैठने के भी योग्य नहीं रहेंगे।