क्या ली छ्यांग ने वैश्विक विकास पहल पर उच्च-स्तरीय बैठक में प्रभावी भाषण दिया?

सारांश
Key Takeaways
- चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने वैश्विक विकास पहल पर उच्च-स्तरीय बैठक में भाग लिया।
- बैठक में 30 से अधिक देशों के नेता शामिल हुए।
- ली छ्यांग ने साझा विकास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया।
- चीन ने "कृत्रिम बुद्धिमत्ता+" पहल का परिचय दिया।
- वैश्विक विकास को नई ऊर्जा देने के लिए चीन प्रतिबद्ध है।
बीजिंग, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। २३ सितंबर को स्थानीय समयानुसार, चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में चीन द्वारा आयोजित वैश्विक विकास पहल पर उच्च-स्तरीय बैठक में भाग लिया और संबोधित किया। इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, कज़ाख़ राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट तोकायेव, इराक़ी राष्ट्रपति अब्दुल लतीफ़ रशीद, अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ लॉरेंको, एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री एंटोनिस ब्राउन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़, नाइजीरिया के प्रधानमंत्री अली लामिने ज़ीन सहित ३० से अधिक देशों के मंत्री-स्तरीय अधिकारी और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख शामिल हुए।
अपने भाषण में ली छ्यांग ने कहा कि २०२१ में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मानवता के सामूहिक हितों पर केंद्रित वैश्विक विकास पहल रखी थी और सभी देशों से "छह दृढ़ताओं" का पालन करने का आह्वान किया था। इस पहल ने साझा विकास को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है। अब तक १३० से अधिक देश और अंतर्राष्ट्रीय संगठन इस पहल के कार्यान्वयन तंत्र से जुड़ चुके हैं, जिससे यह व्यापक रूप से सराहा जाने वाला एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय सार्वजनिक उपक्रम बन चुका है।
ली छ्यांग ने मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एकतरफ़ावाद और संरक्षणवाद के बढ़ते प्रभाव से अंतरराष्ट्रीय विकास सहयोग बुरी तरह प्रभावित हुआ है और वैश्विक आर्थिक विकास की गति कमजोर हुई है। उन्होंने कहा कि मौजूदा चुनौतियों और विरोधाभासों के समाधान के लिए विकास पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। इसके लिए विकास को पूरी तरह आगे बढ़ाना और साझेदारी के दायरे को और विस्तारित करना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि चीन सभी देशों के साथ मिलकर वैश्विक विकास पहल को आगे बढ़ाने, संयुक्त राष्ट्र के २०३० सतत विकास एजेंडे के कार्यान्वयन को सशक्त बनाने और वैश्विक विकास को नई ऊर्जा प्रदान करने के लिए तैयार है।
ली छ्यांग ने ज़ोर देकर कहा कि चीन हमेशा साझा विकास का प्रबल समर्थक और प्रवर्तक रहेगा। चीन अधिक सक्रिय कदम उठाते हुए अपनी ज़िम्मेदारी निभाएगा, वैश्विक विकास में अपने निवेश को बढ़ाएगा, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करेगा और वैश्विक विकास के हरित परिवर्तन को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित करेगा।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि चीनी सरकार ने “कृत्रिम बुद्धिमत्ता+” अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पहल पेश की है और सभी पक्षों को इसमें सक्रिय भागीदारी के लिए आमंत्रित किया है। ली छ्यांग ने अंत में कहा कि चीन वैश्विक विकास पहल के आधार पर सहयोग को और गहराने और सभी देशों के साथ मिलकर दुनिया के लिए एक अधिक समृद्ध और सुंदर भविष्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)