क्या लेह में हिंसक प्रदर्शन के बाद कर्फ्यू जारी रहेगा?

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क्या लेह में हिंसक प्रदर्शन के बाद कर्फ्यू जारी रहेगा?

सारांश

लेह में हाल के हिंसक प्रदर्शनों के बाद कर्फ्यू लागू है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। उपराज्यपाल ने शांति की अपील की है। वार्षिक महोत्सव रद्द, जबकि गृह मंत्रालय ने प्रदर्शनकारियों पर आरोप लगाते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया। जानें पूरी खबर में क्या हो रहा है।

Key Takeaways

  • कर्फ्यू का पालन सख्ती से किया जा रहा है।
  • उपराज्यपाल ने शांति की अपील की है।
  • चार दिवसीय लद्दाख महोत्सव रद्द कर दिया गया है।
  • प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई है।
  • गृह मंत्रालय ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

लेह, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। लद्दाख के लेह में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद आज भी कर्फ्यू जारी है। वर्तमान में, लेह शहर में स्थिति नियंत्रण में है। डीएम द्वारा लागू किए गए प्रतिबंधों को कठोरता से लागू किया जा रहा है।

उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता ने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी और लद्दाख के निवासियों के प्रति एकजुटता जताई। उन्होंने लद्दाख के लोगों को शांतिप्रिय और कानून का पालन करने वाला बताया।

इसी बीच, इस हिंसा के कारण चार दिवसीय वार्षिक लद्दाख महोत्सव रद्द कर दिया गया है। यह महोत्सव का अंतिम दिन था, जिसमें उपराज्यपाल (एलजी) कविंदर गुप्ता शामिल होने वाले थे।

एक दिन पहले, प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई झड़प में ४ प्रदर्शनकारी मारे गए और ४० घायल हुए। इस दौरान, उग्र भीड़ ने वाहनों में आग लगा दी और स्थानीय भाजपा कार्यालय को जलाकर राख कर दिया।

कांग्रेस नेता और पार्षद फुंटसोग स्टैनजिन त्सेपाग पर धरना स्थल पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

गृह मंत्रालय ने बुधवार की हिंसा के लिए सोनम वांगचुक समेत भूख हड़ताल कर रहे लोगों को जिम्मेदार ठहराया।

बुधवार को उग्र भीड़ ने भाजपा कार्यालय, लेह हिल काउंसिल कार्यालय और सीआरपीएफ की जिप्सी में आग लगा दी। कई वाहनों को भी पथराव के दौरान नुकसान पहुंचा।

इसके बाद, पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने सरकारी संपत्ति और सुरक्षाकर्मियों को बचाने के लिए गोलीबारी, आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया।

लेह की इस घटना के बाद, भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर आरोप लगा रही है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सासपोल के कांग्रेस पार्षद ने प्रशासन को खुली चुनौती दी।

पोस्ट में अमित मालवीय ने उल्लेख किया कि उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से भाजपा लद्दाख कार्यालय पर पथराव करने आएंगे और लद्दाख भर से लोगों को २४ सितंबर को लेह पहुंचकर हमला करने के लिए प्रेरित किया।

लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) के यूथ विंग ने केंद्र सरकार से ६ अक्टूबर को प्रस्तावित बैठक से पहले जल्दी वार्ता की मांग की थी। उनकी मांगे थीं: राज्य का दर्जा, छठी अनुसूची का विस्तार, लेह और कारगिल के लिए अलग लोकसभा सीटें और रोजगार में आरक्षण।

लेह का एलएबी और कारगिल का केडीए पिछले ४ साल से अपनी मांगों के समर्थन में संयुक्त रूप से आंदोलन कर रहे हैं और गृह मंत्रालय के साथ कई दौर की वार्ता कर चुके हैं। हालांकि, मंगलवार शाम से ही तनाव बढ़ रहा था।

Point of View

NationPress
25/12/2025

Frequently Asked Questions

लेह में क्यों हिंसा हुई?
लेह में हिंसा विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों के कारण भड़की, जिसमें स्थानीय निवासियों की मांगें शामिल थीं।
कर्फ्यू कब तक जारी रहेगा?
कर्फ्यू की अवधि अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रशासन स्थिति की निगरानी कर रहा है।
लद्दाख महोत्सव क्यों रद्द किया गया?
लद्दाख महोत्सव को सुरक्षा कारणों से रद्द किया गया है।
क्या सरकार ने कुछ कार्रवाई की है?
हाँ, सरकार ने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
क्या प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण थे?
नहीं, प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और कई वाहनों को नुकसान पहुँचाया।
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