क्या ली छ्यांग ने राज्य परिषद के आदेश पर हस्ताक्षर कर देशव्यापी पठन-पाठन को बढ़ावा देने वाले विनियम जारी किए?
सारांश
Key Takeaways
- पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए नए विनियम लागू होंगे।
- सभी नागरिकों के लिए पठन सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा।
- सांस्कृतिक साक्षरता को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन गतिविधियाँ होंगी।
- पुस्तक-प्रेमी समाज का निर्माण किया जाएगा।
- समाजवादी सांस्कृतिक महाशक्ति का निर्माण किया जाएगा।
बीजिंग, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने हाल ही में राज्य परिषद के एक आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें यह जानकारी दी गई है कि 'देशव्यापी पठन-पाठन को बढ़ावा देने संबंधी विनियम' को वर्ष 2026 के 1 फरवरी से लागू किया जाएगा।
इन विनियमों का उद्देश्य सभी नागरिकों के बीच पढ़ाई को बढ़ावा देना, पुस्तक-प्रेमी समाज का निर्माण करना, पूरे चीन की वैचारिक और नैतिक गुणवत्ता तथा वैज्ञानिक और सांस्कृतिक साक्षरता को बढ़ाना, समाज के सभ्यता स्तर में सुधार करना और समाजवादी सांस्कृतिक महाशक्ति के निर्माण को बढ़ावा देना है।
इन विनियमों में कुल 6 अध्याय और 45 अनुच्छेद हैं, जिनमें मुख्य रूप से निम्नलिखित विषयवस्तु निर्धारित की गई है। सबसे पहले, सभी नागरिकों के बीच पठन-पाठन को बढ़ावा देने के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों को स्पष्ट करना। दूसरे, आम जनता के बीच पढ़ाई को बढ़ावा देने के प्रयासों को तेज करना। चीन विविध और ज्ञानवर्धक पठन प्रोत्साहन गतिविधियों के विकास को प्रोत्साहित करेगा, जिनमें स्वस्थ और सकारात्मक सामग्री हो, सांस्कृतिक गहराई प्रदर्शित हो और जो विभिन्न स्वरूपों में हों। तीसरा, सभी के लिए पठन सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करना और चौथा, सभी के लिए पठन-पाठन सुनिश्चित करने के उपायों को और मजबूत करना।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)