क्या लोकमान्य तिलक ने स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी? : पीएम मोदी

Click to start listening
क्या लोकमान्य तिलक ने स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी? : पीएम मोदी

सारांश

देश के प्रमुख नेताओं ने लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने कहा कि तिलक ने स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी। उनके विचार आज भी प्रेरणादायक हैं।

Key Takeaways

  • लोकमान्य तिलक ने स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी।
  • उन्होंने भारतीय संस्कृति को स्वाधीनता से जोड़ा।
  • तिलक के विचार आज भी युवाओं को प्रेरित करते हैं।
  • गणेशोत्सव और शिवाजी महोत्सव को सार्वजनिक रूप से मनाने का योगदान।
  • स्वराज का उद्घोषक होने का सम्मान।

नई दिल्ली, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक और समाज सुधारक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की जयंती पर देश के प्रमुख नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई केंद्रीय मंत्रियों ने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर तिलक के योगदान को याद किया और उनके विचारों को देश के लिए प्रेरणादायक बताया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि लोकमान्य तिलक एक अग्रणी नेता थे, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी। वे एक महान विचारक थे, जो ज्ञान और सेवा में विश्वास रखते थे।

पीएम ने लिखा, “लोकमान्य तिलक को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने स्वतंत्रता की भावना को प्रज्वलित किया।”

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तिलक को ‘स्वराज का उद्घोषक’ बताते हुए कहा कि उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम को वैचारिक ऊर्जा दी।

उन्होंने लिखा, “तिलक जी ने गणेशोत्सव और गीता रहस्य के माध्यम से स्वाधीनता को भारतीय संस्कृति से जोड़ा। उनका योगदान युवाओं को हमेशा प्रेरित करेगा।”

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तिलक को ‘स्वराज्य का उद्घोषक’ और महान विचारक बताते हुए कहा कि उन्होंने गणेशोत्सव और शिवाजी महोत्सव जैसे आयोजनों के जरिए जनता में एकता का भाव जगाया।

उन्होंने लिखा, “भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अग्रदूत, पूर्ण स्वराज्य के उद्घोषक, महान विचारक, 'लोकमान्य' बाल गंगाधर तिलक की जयंती पर उन्हें कोटिश: नमन करता हूं। लोकमान्य तिलक जी ने गणेश उत्सव और छत्रपति शिवाजी के महोत्सवों जैसे अनेक त्योहारों को सार्वजनिक रूप से मनाकर जन-जन को अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध एकता के भाव को मजबूती प्रदान की। संस्कृति और राष्ट्र की रक्षार्थ आपके तेजस्वी विचार हम सभी को राष्ट्र सेवा एवं समाज के उत्थान के कार्यों के लिए सदैव प्रेरित करते रहेंगे।”

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने तिलक को ‘स्वराज्य का मूल मंत्र’ देने वाला समाज सुधारक बताया।

उन्होंने लिखा, “लोकमान्य तिलक को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि।”

वहीं, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने तिलक को ‘प्रखर राष्ट्रवादी और क्रांतिकारी’ बताते हुए उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी।

केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने तिलक के मशहूर नारे, “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा” को बुलंद करने वाले, महान स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक 'लोकमान्य' बाल गंगाधर तिलक जी की जयंती पर उन्हें नमन।”

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “पूर्ण 'स्वराज' की भावना को भारत के जन-जन में स्थापित करने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं समाज सुधारक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन करता हूं। आपके तेजस्वी विचार और अद्वितीय जीवन हम सबको राष्ट्र एवं समाज की उन्नति के कार्यों हेतु सदैव प्रेरित करते रहेंगे।”

Point of View

बल्कि उन्होंने भारतीय समाज में एकता और जागरूकता भी बढ़ाई। आज, जब हम स्वतंत्रता की बात करते हैं, हमें तिलक के विचारों को याद करना चाहिए।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

लोकमान्य तिलक कौन थे?
लोकमान्य तिलक एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
तिलक का स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान क्या था?
तिलक ने स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी और स्वराज की भावना को प्रज्वलित किया।
तिलक के विचार आज भी महत्वपूर्ण क्यों हैं?
तिलक के विचार आज भी प्रेरणादायक हैं क्योंकि उन्होंने संस्कृति और राष्ट्र की रक्षा के लिए संघर्ष किया।
तिलक ने कौन से महोत्सवों को प्रेरित किया?
तिलक ने गणेशोत्सव और शिवाजी महोत्सव जैसे आयोजनों के माध्यम से जनता में एकता का भाव जगाया।
तिलक का प्रसिद्ध नारा क्या था?
तिलक का प्रसिद्ध नारा था, 'स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा।'