क्या लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही के लिए बैठक बुलाई?

सारांश
Key Takeaways
- सर्वदलीय बैठक का आयोजन
- सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित करना
- रचनात्मक चर्चा को बढ़ावा देना
- संसदीय मर्यादा का सम्मान
- जनता के मुद्दों पर चर्चा
नई दिल्ली, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को सुव्यवस्थित और रचनात्मक चर्चा सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं की एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक से पहले, ओम बिरला ने सदन में हुए हंगामे को देखते हुए २ बजे तक सदन को स्थगित कर दिया था और कहा कि सुनियोजित व्यवधान लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं होता है।
यह बैठक शुक्रवार को दोपहर १२:३० पर आयोजित की गई। इसका उद्देश्य संसद में प्रश्नकाल, चर्चा, और संवाद को बिना किसी बाधा के आगे बढ़ाना है। ओम बिरला चाहते हैं कि सदन निर्बाध रूप से चले ताकि जनता के मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो सके और सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।
सर्वदलीय बैठक में सोमवार से संसद को सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनी है।
सदन को २ बजे तक स्थगित करने से पहले, लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में हो रही बाधाओं, जैसे तख्तियां लहराना और नारेबाजी, पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियां संसदीय लोकतंत्र की गरिमा के खिलाफ हैं और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने में रुकावट डालती हैं। इस सर्वदलीय बैठक में बिरला ने सभी दलों से सहयोग की अपील की ताकि संसद में रचनात्मक माहौल बनाया जा सके और सदन का प्रश्नकाल चले।
ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही स्थगित करने से पहले कहा, "लोकतंत्र में असहमति का अधिकार है, लेकिन इसे संसदीय मर्यादाओं के दायरे में व्यक्त करना चाहिए। यदि कोई दल किसी मुद्दे पर चर्चा चाहता है, तो मैं सरकार और विपक्ष के बीच बातचीत का रास्ता निकालने के लिए तैयार हूं।" उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वे हर मुद्दे पर सार्थक चर्चा के लिए मंच प्रदान करेंगे।
इस बैठक से उम्मीद की जा रही है कि संसद का मॉनसून सत्र, जो २१ जुलाई से शुरू हुआ है, अब और व्यवस्थित तरीके से चलेगा। इस बैठक में सोमवार से संसद को सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनी है।