क्या लखनऊ से हो रही अटल आवासीय विद्यालयों की 360 डिग्री स्मार्ट मॉनिटरिंग, बना राष्ट्रीय मॉडल?
सारांश
Key Takeaways
- डिजिटल निगरानी से विद्यालयों की सुरक्षा में वृद्धि।
- उपस्थिति के लिए क्यूआर कोड सिस्टम की स्थापना।
- शिक्षण गुणवत्ता का रियल टाइम मूल्यांकन।
- जीरो ब्लाइंड स्पॉट सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
- प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने के लिए ऑनलाइन मीटिंग्स का आयोजन।
लखनऊ, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। शिक्षा व्यवस्था के पूर्ण डिजिटल रूपांतरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। लखनऊ में स्थित उत्तर प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड कार्यालय में स्थापित उन्नत ‘अटल कमांड सेंटर’ से अब प्रदेश के सभी 18 मंडलों में बने अटल आवासीय विद्यालयों की 360 डिग्री लाइव निगरानी संभव हो गई है।
सुरक्षा से लेकर उपस्थिति, शिक्षण गुणवत्ता, प्रशासनिक प्रबंधन और डेटा-आधारित निर्णय तक, सभी कुछ एक ही कमांड सेंटर से रियल टाइम में मॉनिटर किया जा रहा है। यह तकनीक पर आधारित मॉडल पूरे देश के लिए एक नया आयाम प्रस्तुत करता है।
अटल आवासीय विद्यालय संगठन की महानिदेशक एवं बोर्ड की सचिव पूजा यादव ने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में 203 हाई-टेक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों को इस तरह से स्थापित किया गया है कि पूरे परिसर में कोई भी ब्लाइंड स्पॉट नहीं बचता। हर गतिविधि कमांड सेंटर की स्क्रीन पर 24 घंटे रियल टाइम में देखी जा सकती है।
उन्होंने बताया कि जीरो ब्लाइंड स्पॉट की इस अवधारणा ने सुरक्षा, अनुशासन और पारदर्शिता के तीनों स्तरों पर उत्कृष्ट परिणाम दिए हैं। कमांड सेंटर केवल निगरानी का केंद्र नहीं, बल्कि विद्यालयों का संपूर्ण डिजिटल प्रशासनिक हब है। यहां से डेली अटेंडेंस, स्टाफ उपस्थिति, अकाउंट मैनेजमेंट और अन्य प्रशासनिक गतिविधियों की मॉनिटरिंग की जाती है।
विद्यालयों में विशेष क्यूआर कोड आधारित अटेंडेंस सिस्टम लागू किया गया है, जिसमें स्कैन करते ही उपस्थिति दर्ज हो जाती है। इससे मानवीय त्रुटियां खत्म हुईं और पारदर्शिता बढ़ी है। एकेडमिक परफॉर्मेंस एनालिसिस सिस्टम शिक्षण गुणवत्ता का रियल टाइम मूल्यांकन कमांड सेंटर का सबसे आधुनिक और प्रभावी फीचर है।
इसके माध्यम से पता चलता है कि किस विद्यालय में कितने छात्र होशियार, एवरेज या कमजोर श्रेणी में हैं। सब्जेक्ट-वाइज परफॉर्मेंस डेटा के आधार पर यह भी स्पष्ट होता है कि किस छात्र को किस विषय में अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता है।
इस विश्लेषण आधारित रिपोर्टिंग ने शैक्षणिक योजनाओं और सुधारात्मक कदमों को त्वरित और अधिक प्रभावी बनाया है। कमांड सेंटर में प्रत्येक स्टाफ सदस्य की डिजिटल प्रोफाइल उपलब्ध है, जिसमें योग्यता, सेवा विवरण और दायित्व शामिल हैं। सभी विद्यालयों के प्राचार्यों व शिक्षकों के साथ ऑनलाइन मीटिंग भी इसी केंद्र से आयोजित की जा सकती हैं, जिससे प्रशासनिक कामकाज और तेज और सटीक हो गया है।
अटल आवासीय विद्यालय श्रमिक परिवारों और अनाथ बच्चों के लिए बनाए गए आधुनिक आवासीय शिक्षा संस्थान हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विजन है कि समाज के सबसे वंचित वर्ग के बच्चों को भी वही सुविधाएं और तकनीक उपलब्ध हों जो देश के प्रतिष्ठित निजी विद्यालयों में मिलती हैं।
अटल कमांड सेंटर इसी विजन का तकनीकी स्वरूप है, जहां सुरक्षा, शिक्षण गुणवत्ता, अनुशासन और प्रशासनिक दक्षता सभी एक ही प्लेटफॉर्म पर एकीकृत हैं। यह यूपी को आधुनिक, सुरक्षित और तकनीक-आधारित आवासीय शिक्षा मॉडल की नई ऊंचाई पर ले जाने वाला महत्वपूर्ण कदम है।