क्या महागठबंधन में सीटों का बंटवारा हो पाएगा? एनडीए को मिलेगा लाभ: रामदास आठवले

सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन में सीटों का बंटवारा अभी तक नहीं हुआ है।
- रामदास आठवले ने एनडीए के समर्थन की बात की है।
- बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने की संभावना है।
नागपुर, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में महागठबंधन पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन के दलों के बीच सीटों का बंटवारा अब तक नहीं हुआ है, जो उनके बीच के मतभेदों को स्पष्ट रूप से उजागर कर रहा है।
रामदास आठवले ने संवाददाताओं से कहा, "कांग्रेस और तेजस्वी यादव के सहयोगियों के बीच कोई ठोस गठबंधन नहीं बन पाया है। सीटों के मुद्दे पर विवाद जारी है। यदि उनके बीच गठबंधन नहीं हुआ, तो वे अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे।"
उन्होंने आगे कहा कि यदि महागठबंधन में फूट बनी रही, तो एनडीए की सीटों में भारी बढ़ोतरी होगी और बिहार में पुनः नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनेगी।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उनकी पार्टी आरपीआई (ए) पूरी तरह से एनडीए का समर्थन करेगी और वे स्वयं बिहार में चुनाव प्रचार में भाग लेंगे। रामदास आठवले ने दोहराया, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और सरकार बनने के बाद भी वे ही मुख्यमंत्री रहेंगे।'
महाराष्ट्र की राजनीति पर पूछे गए सवाल पर रामदास आठवले ने कहा कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के एकजुट होने की संभावना पर वे आश्वस्त नहीं हैं। उनका कहना था, "राज ठाकरे के महाविकास अघाड़ी में शामिल होने से सभी एकमत नहीं होंगे। कांग्रेस पार्टी संभवतः अलग चुनाव लड़ेगी, जबकि एनसीपी (शरद पवार गुट) समर्थन कर सकती है।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का रुख पूरी तरह से केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर करेगा, लेकिन उन्हें नहीं लगता कि कांग्रेस हाईकमान राज ठाकरे के साथ जाने का निर्णय करेगा।
आठवले ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जब राज ठाकरे बीजेपी गठबंधन के साथ थे, तब कोई खास लाभ नहीं हुआ, जबकि विधानसभा चुनाव में उनके अलग रहने से महायुति को फायदा हुआ। उन्होंने यह भी दावा किया कि मुंबई में 40 प्रतिशत मराठी वोटर हैं, जिनमें से लगभग 20 प्रतिशत वोट एनडीए के पक्ष में आने की संभावना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा' बयान पर रामदास आठवले ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ट्रंप और पीएम मोदी डैशिंग लोग हैं। यदि दोनों एक साथ आएंगे, तो बड़ा बदलाव संभव है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच संबंध ऐतिहासिक रूप से मजबूत हैं और अमेरिका में 50 लाख से अधिक भारतीय रहते हैं।
केंद्रीय राज्य मंत्री आठवले ने प्रधानमंत्री मोदी के निर्णयों की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा देशहित में फैसले लिए हैं। ट्रंप के साथ दोस्ती करना भी भारत के हित में है, इसका मैं स्वागत करता हूं।
कांगेस नेता राहुल गांधी द्वारा दिए गए 'प्रधानमंत्री मोदी ट्रंप से डर गए हैं' वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा, 'राहुल गांधी जो बोलते हैं, उस पर हम ध्यान नहीं देते। हम देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं।'
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी किसी से डरने वाले नहीं हैं। राहुल गांधी के बयान में कोई तथ्य नहीं है। प्रधानमंत्री और हम सभी राष्ट्रहित में कार्य करते हैं, डरना हमारे स्वभाव में नहीं है।