क्या आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की महिला अधिकारी समुद्र में दुनिया का चक्कर लगाएंगी?

सारांश
Key Takeaways
- महिला अधिकारी पहली बार त्रि-सेवा नौका यात्रा में भाग लेंगी।
- यात्रा की कुल दूरी 26,000 समुद्री मील होगी।
- महिला अधिकारी दुनिया के तीन प्रमुख समुद्री केप को पार करेंगी।
- यह अभियान भारत की नारी शक्ति का अद्भुत प्रदर्शन है।
- यह अभियान भारत की समुद्री क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा।
नई दिल्ली, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की महिला अधिकारी समुद्र के माध्यम से विश्व परिक्रमा जैसे साहसिक अभियान का आयोजन करने जा रही हैं। इस मिशन में दस महिला अधिकारियों की एक संयुक्त टीम भाग लेगी। सेना के अनुसार, यह पहली बार है जब महिला अधिकारी इस ऐतिहासिक त्रि-सेवा नौका यात्रा का हिस्सा बनेंगी।
महिला सैन्य अधिकारियों का यह दल पूरी दुनिया का चक्कर लगाने के लिए निकलेगा। यह दल भारतीय सेना के नौकायन पोत आईएएसवी ‘त्रिवेणी’ पर सवार होकर 26,000 से अधिक समुद्री मील की दूरी तय करेगा। इस ऐतिहासिक यात्रा का औपचारिक प्रस्थान 11 सितंबर 2025 को होगा। इस महिला-संचालित वैश्विक अभियान के दौरान, दल दो बार भूमध्य रेखा पार करेगा।
रविवार को भारतीय सेना ने इस अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि यह महिला सैन्य दल विश्व के तीन प्रमुख समुद्री केप को पार करेगा। इस अभियान में दक्षिणी महासागर और ड्रेक पैसेज जैसे दुनिया के सबसे चुनौतीपूर्ण समुद्री मार्गों को पार करना भी शामिल है।
भारतीय सेना ने बताया कि यह अभियान केवल साहस और रोमांच का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह भारत की नारी शक्ति, त्रि-सेवा (भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना) की एकजुटता और समुद्री कौशल का अद्भुत प्रदर्शन भी है। इस अभियान की शुरुआत इस महीने की जाएगी। नेवी, आर्मी और एयरफोर्स की महिला अधिकारियों की नौका यात्रा 11 सितंबर को प्रारंभ होगी। भारतीय सेना के अनुसार, यह वैश्विक अभियान भारत की महिला सैन्य शक्ति को एक नया आयाम देगा।
साथ ही यह भारतीय सेनाओं के बीच संयुक्तता और सहयोग को और मजबूत करेगा। यह त्रि-सेवा अभियान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की समुद्री क्षमताओं और साहसिक परंपरा का प्रदर्शन करेगा। सैन्य अधिकारियों का मानना है कि यह अभियान निश्चित रूप से भारत की महिलाओं और सशस्त्र सेनाओं के लिए नई प्रेरणा और गौरव का प्रतीक बनेगा।
गौरतलब है कि भारतीय नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए ने इसी वर्ष सागर परिक्रमा मिशन सफलतापूर्वक पूरा किया है। इन दोनों अधिकारियों ने बेहद खतरनाक समुद्री रास्ते को पार किया, जिसमें तेज हवाओं और ऊंची लहरों वाला समुद्री क्षेत्र ‘केप ऑफ गुड होप’ भी शामिल रहा।
यह उल्लेखनीय उपलब्धि चालक दल की असाधारण नाविक कौशल और टीम वर्क को दर्शाती है, और यह भारतीय नौकायन के लिए एक नया मानदंड भी स्थापित करती है।