क्या फर्जी दस्तावेज से अपने बेटे को जमानत दिलाने की महिला की कोशिश हुई नाकाम?

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क्या फर्जी दस्तावेज से अपने बेटे को जमानत दिलाने की महिला की कोशिश हुई नाकाम?

सारांश

ग्रेटर नोएडा में एक महिला ने अपने बेटे को जमानत दिलाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया, जो उसे महंगा पड़ा। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और मामले में आगे की जांच जारी है। जानें इस दिलचस्प कहानी के बारे में।

Key Takeaways

  • महिला ने अपने बेटे को जमानत दिलाने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए।
  • पुलिस ने सख्त कार्रवाई की और महिला को गिरफ्तार किया।
  • जांच के दौरान सच्चाई सामने आई।
  • यह मामला न्याय प्रणाली को प्रभावित करने का प्रयास था।
  • अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना है।

ग्रेटर नोएडा, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा के थाना सूरजपुर की पुलिस ने फर्जी और कूटरचित दस्तावेजों का इस्तेमाल करके अपने पुत्र को जमानत दिलाने का प्रयास करने वाली एक महिला को गिरफ्तार कर महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान समीना (उम्र लगभग 42 वर्ष), पत्नी जुबैर, निवासी ग्राम बिशनपुरा, थाना सेक्टर-58, नोएडा के रूप में की गई है।

महिला पर आरोप है कि उसने योजनाबद्ध तरीके से जाली दस्तावेज तैयार कराकर अदालत को गुमराह करने की कोशिश की। घटना के अनुसार, समीना ने अपने पुत्र रहीस, जो थाना सेक्टर-58 पर दर्ज मुकदमे में नामजद है, को जमानत दिलाने के लिए जाली आधार कार्ड, भूमि खतौनी और अन्य दस्तावेज बनवाए। इन दस्तावेजों पर कथित रूप से स्थानीय लेखपाल और दरोगा की नकली मोहरें लगाई गई थीं ताकि वे वास्तविक लगे। यह दस्तावेज जगदीश और राजवीर, निवासी दरियापुर, बुलंदशहर के नाम पर बनाए गए थे।

महिला ने इन फर्जी दस्तावेजों को न्यायालय में जमानत के लिए प्रस्तुत किया, लेकिन दस्तावेजों की जांच में सच्चाई सामने आने पर पुलिस सक्रिय हुई। मुकदमे की विवेचना के दौरान प्रमाण मिलने पर थाना सूरजपुर पर समीना सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

आरोपी महिला लंबे समय से मामले में वांछित चल रही थी। पुलिस ने सोमवार को मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए समीना को सेक्टर-58 क्षेत्र, बिशनपुरा से गिरफ्तार किया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, ऐसे अपराध न्याय प्रणाली को भटकाने और गंभीर अपराधियों को बचाने की कोशिश की श्रेणी में आते हैं, इसलिए इनके प्रति सख्त कार्रवाई की जा रही है।

जमानत के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने और उनका दुरुपयोग करने की यह संगठित कोशिश थी, जिसकी पूरी जांच आगे भी जारी रहेगी। मामले में शामिल अन्य लोगों की भूमिका और फर्जी दस्तावेज बनवाने की पूरी चेन का पता लगाने के लिए पुलिस गहन पड़ताल कर रही है।

जल्द ही इस गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी की संभावना जताई गई है। पुलिस विभाग ने स्पष्ट किया है कि न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने, फर्जी दस्तावेज बनवाने और इस्तेमाल करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

Point of View

NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

क्या आरोपी महिला को जमानत मिल गई थी?
नहीं, आरोपी महिला ने जमानत के लिए फर्जी दस्तावेज पेश किए थे, जिन्हें पुलिस की जांच में अस्वीकार कर दिया गया।
पुलिस ने महिला को किस स्थान से गिरफ्तार किया?
पुलिस ने महिला को सेक्टर-58 क्षेत्र, बिशनपुरा से गिरफ्तार किया।
क्या यह मामला संगठित अपराध का हिस्सा है?
हाँ, पुलिस ने इसे एक संगठित कोशिश माना है और अन्य आरोपियों की भूमिका की जांच कर रही है।
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