क्या दिल्ली में महिला ने कैब ड्राइवर पर बदसलूकी का आरोप लगाया?
सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठता है।
- इमरजेंसी सेवाओं की प्रभावशीलता में कमी।
- सोशल मीडिया का सकारात्मक प्रभाव।
- राजनीतिक कार्रवाई की आवश्यकता।
- उबर की सुरक्षा नीति पर ध्यान।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस ने समाजसेवी भारती चतुर्वेदी के सोशल मीडिया पोस्ट पर ध्यान दिया। इसमें उन्होंने एक कैब चालक के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस और उबर दोनों ने घंटों तक उनकी मदद नहीं की।
अब भारती चतुर्वेदी का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जो राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ती असुरक्षा और महिलाओं की मदद में इमरजेंसी सेवाओं की बार-बार विफलता का एक और चिंताजनक उदाहरण प्रस्तुत करता है।
चतुर्वेदी ने बताया कि उन्होंने वसंत विहार से सर्वोदय एन्क्लेव के लिए उबर बुक की थी। जब जीपीएस एसेक्स फार्म्स के पास पहुंचा, तो ड्राइवर बिना ड्रॉप लोकेशन के ही महिला को छोड़ने के लिए तैयार हो गया। रास्ते में ड्राइवर चिढ़ गया और चिल्लाने लगा। जब महिला ने उसे यू-टर्न लेने के लिए कहा, तो उसने अचानक ही गलत दिशा में गाड़ी मोड़ दी।
जब महिला ने ड्राइवर को गाड़ी रोकने के लिए कहा, तो उसने कथित तौर पर मना कर दिया। इस पर महिला ने दरवाजा खोलने की कोशिश की, जिस पर आरोपी ड्राइवर ने कथित तौर पर मुड़कर उसका हाथ पकड़ लिया और मरोड़ दिया।
महिला ने कहा कि उसने तुरंत 100 नंबर पर कॉल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जब उसने उबर सेफ्टी से संपर्क किया, तो वहां से उसे फिर से 100 नंबर पर कॉल करने को कहा गया।
इस घटना के बाद महिला ने अपने पोस्ट में दिल्ली पुलिस को टैग किया और सवाल किया, "जरूरत पड़ने पर महिलाएं आपसे कैसे संपर्क कर सकती हैं?"
उसने यह भी बताया कि ड्राइवर ने ट्रिप का भुगतान नहीं लिया।
कुछ घंटों बाद जब दिल्ली पुलिस ने मामले में संज्ञान नहीं लिया, तो महिला ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को ईमेल किया। अंततः दिल्ली पुलिस ने एक्स पर जवाब दिया, जिसमें कहा गया कि मामले को संज्ञान में लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है।
उबर ने एक सार्वजनिक बयान में कहा, "यह बहुत चिंता की बात है। इस तरह का व्यवहार स्वीकार्य नहीं है, और आपकी सुरक्षा सर्वोपरि है। कृपया अपनी ट्रिप की जानकारी और पंजीकृत मोबाइल नंबर सीधे संदेश से साझा करें। हमारी सेफ्टी टीम जल्द ही आपसे संपर्क करेगी।"
यह घटना जल्द ही एक राजनीतिक मुद्दा बन गई, जिसमें देवेंद्र यादव और अभिषेक दत्त जैसे कांग्रेस नेताओं ने उनकी पोस्ट को कोट करते हुए दिल्ली पुलिस से तुरंत और सही कार्रवाई करने की अपील की।