क्या महिलाओं ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया है? : रोहिणी आचार्य
                                सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं का तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन।
 - रोजगार और विकास के प्रति जनता का भरोसा।
 - महागठबंधन की राजनीतिक ताकत का उदय।
 - तेजस्वी यादव द्वारा किए गए वादों का उदाहरण।
 - बिहार की कानून व्यवस्था में सुधार का आश्वासन।
 
पटना, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने यह दावा किया है कि प्रदेश की महिलाएं तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का मन बना चुकी हैं।
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान, रोहिणी आचार्य ने कहा कि जनता तेजस्वी यादव के विकास और रोजगार के वादों पर विश्वास कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव की रैलियों और जनसभाओं में कुछ अनोखी भीड़ देखी जा रही है, लेकिन मीडिया इसे नहीं दिखा रहा है।
रोहिणी ने कहा, "आइए हकीकत देखें, मेरे साथ चलिए। मैं आपको दिखाती हूं कि तेजस्वी यादव की जनसभाओं में कितनी भीड़ पहुंच रही है। यह केवल भीड़ नहीं है, बल्कि महागठबंधन की अगली सरकार बनाने का एक संकेत है।"
उन्होंने बताया कि हर मां-बहन चाहती है कि तेजस्वी मुख्यमंत्री बनें, ताकि उनके घरों में खुशहाली, रोजगार बढ़े और महंगाई से राहत मिले।
रोहिणी ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव जो भी वादा करते हैं, उसे पूरा करते हैं। जब उन्होंने कहा कि 10 लाख नौकरियां देंगे, तो उन्होंने इसे पूरा किया। राजद जब सरकार में शामिल हुई, तब तेजस्वी ने उपमुख्यमंत्री बनते ही 5 लाख नौकरियां दीं।
महागठबंधन के सीएम पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने बिहार के युवाओं से वादा किया है कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है, तो वे हर परिवार में एक सरकारी नौकरी देंगे। तेजस्वी ने यह भी दावा किया है कि 14 नवंबर को महागठबंधन की जीत होगी और 18 नवंबर को वे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर भी तेजस्वी ने भरोसा दिलाया है कि 18 नवंबर को शपथ लेने के बाद, दो महीने के भीतर सभी अपराधियों को जेल भेजने का काम किया जाएगा।