क्या मल्लिकार्जुन खड़गे का केंद्र सरकार पर हमला लोकतंत्र की रक्षा के लिए है?

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क्या मल्लिकार्जुन खड़गे का केंद्र सरकार पर हमला लोकतंत्र की रक्षा के लिए है?

सारांश

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्वतंत्रता दिवस पर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ चुनाव जीतने की नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। जानें उनके बयान की मुख्य बातें और आगामी 'वोट अधिकार यात्रा' के बारे में।

Key Takeaways

  • भारतीय लोकतंत्र की सुरक्षा आवश्यक है।
  • मतदाता सूची में पारदर्शिता जरूरी है।
  • सभी राजनीतिक दलों को निष्पक्ष चुनाव के लिए एकजुट होना चाहिए।
  • अनैतिक चुनावी प्रक्रियाओं के खिलाफ आवाज उठाना चाहिए।
  • राहुल गांधी की 'वोट अधिकार यात्रा' महत्वपूर्ण है।

नई दिल्ली, 15 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्वतंत्रता दिवस पर एक वीडियो संदेश में केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र का मूल तत्व निष्पक्ष चुनाव हैं, लेकिन सत्ताधारी दल ने सत्ता में बने रहने के लिए अनैतिकता की सभी सीमाएं पार कर दी हैं।

देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए खड़गे ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के 15 जून 1949 को संविधान सभा में दिए गए बयान का उल्लेख करते हुए कहा, "सशक्त लोकतंत्र में सबसे बुनियादी चीज है। कोई भी व्यक्ति जो मतदाता सूची में शामिल होने का हकदार है, उसे किसी पूर्वाग्रह के कारण इससे बाहर नहीं किया जाना चाहिए।"

उन्होंने आरोप लगाया कि आज इसके विपरीत, विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के नाम पर खुलेआम विपक्षी दलों के वोट काटे जा रहे हैं, जीवित लोगों को मृत घोषित किया जा रहा है और मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर हेराफेरी हो रही है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केंद्रीय चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल इसलिए उठते हैं क्योंकि वह यह बताने को तैयार नहीं था कि किन लोगों के नाम और किस आधार पर हटाए जा रहे हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का आभार व्यक्त किया, जिसने आयोग को मतदाता सूची सार्वजनिक करने का निर्देश दिया।

खड़गे ने कहा कि 65 लाख वोट काटे जाने पर भी सत्ताधारी दल को कोई आपत्ति नहीं है, जिससे साफ है कि इस पूरी प्रक्रिया का लाभ किसे पहुंचाने की कोशिश हो रही थी। उन्होंने राहुल गांधी के हवाले से कहा कि लोकसभा चुनाव में आंकड़ों के माध्यम से यह साबित हो चुका है कि कैसे एक सीट पर गड़बड़ी कर परिणाम बदला गया। खड़गे ने दावा किया कि कई विधानसभा क्षेत्रों से ऐसे प्रमाण अब सामने आ रहे हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर खड़गे ने आशंका जताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ऐसी सीटों का गहराई से अध्ययन कर रही है, जहां सभी विधानसभा खंडों में कांग्रेस को बढ़त मिली, लेकिन एक खंड में भाजपा की बढ़त ने कांग्रेस प्रत्याशी को हरा दिया।

उन्होंने देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे अपने-अपने बूथ की मतदाता सूची की बारीकी से जांच करें। यह देखें कि कितने लोगों के नाम काटे गए, कितनों को मृत घोषित किया गया, कितनों को दूसरे बूथ पर शिफ्ट किया गया, या बाहरी लोगों के नाम जोड़े गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब एक नया तरीका अपनाया जा रहा है, चुनाव से एक दिन पहले एडिशनल लिस्ट के नाम पर नई मतदाता सूची भेज दी जाती है, जिसकी जांच का समय उम्मीदवार को नहीं मिलता।

खड़गे ने दावा किया कि यह विपक्ष को चुनाव में हराने की सोची-समझी साजिश है और कांग्रेस ने इन गड़बड़ियों की जानकारी जुटाने के लिए एक वेबसाइट बनाई है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ चुनाव जीतने की नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई है। हमें महात्मा गांधी, नेहरू, पटेल, डॉ. अंबेडकर, मौलाना आज़ाद और सुभाष चंद्र बोस जैसे नेताओं के सपनों को बिखरने नहीं देना है।

उन्होंने बताया कि इसी लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए राहुल गांधी 17 अगस्त से बिहार के सासाराम से 'वोट अधिकार यात्रा' शुरू करेंगे और देशभर के लोगों से इसे सफल बनाने की अपील की।

Point of View

NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

मल्लिकार्जुन खड़गे का केंद्र सरकार पर आरोप क्या है?
खड़गे ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने चुनावी प्रक्रिया में अनैतिकता की हदें पार की हैं और विपक्षी दलों के वोट काटने की कोशिश की जा रही है।
खड़गे ने स्वतंत्रता दिवस पर क्या कहा?
उन्होंने कहा कि यह चुनाव जीतने की लड़ाई नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है।
'वोट अधिकार यात्रा' का उद्देश्य क्या है?
'वोट अधिकार यात्रा' का उद्देश्य मतदाता जागरूकता बढ़ाना और चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना है।