क्या ममता बनर्जी के बयान से भारतीय सेना का अपमान हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- ममता बनर्जी का बयान विवाद का कारण बना।
- भाजपा समर्थकों ने भारतीय सेना के प्रति सम्मान की रक्षा के लिए प्रदर्शन किया।
- प्रदर्शन के दौरान हावड़ा की सड़कें पूरी तरह से जाम हो गईं।
- पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया।
हावड़ा, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा भारतीय सेना पर किए गए विवादास्पद बयान ने एक बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है। इस बयान के खिलाफ आक्रोशित भाजपा समर्थकों ने मंगलवार को हावड़ा के मैदान क्षेत्र में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें टायर जलाए गए और सड़कें अवरुद्ध की गईं।
प्रदर्शनकारियों ने ममता सरकार पर भारतीय सेना के सम्मान को ठेस पहुँचाने का गंभीर आरोप लगाया। उनका कहना था कि जिस तरह से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी देश की रक्षा में लगे जवानों के प्रति अपमानजनक टिप्पणियाँ कर रही हैं, वह न केवल सैनिकों के मनोबल को तोड़ने का प्रयास है, बल्कि यह देश की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सीधा हमला है।
हावड़ा मेट्रो चैनल के समीप इस विरोध प्रदर्शन के दौरान, भाजपा समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी की और चेतावनी देते हुए कहा, "भारत माता के बाद अगर किसी का सर्वोच्च सम्मान है, तो वह भारतीय सेना का है। जो भी उस पर सवाल उठाएगा, उसका हम हर मंच पर विरोध करेंगे। ममता बनर्जी को यह समझना चाहिए कि सेना कोई राजनीतिक मोहरा नहीं, बल्कि देश का अभिमान है।"
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "सेना की वीरता को पूरी दुनिया सलाम करती है, विशेषकर 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद उनके पराक्रम की प्रशंसा और भी बढ़ गई है। ऐसे में मुख्यमंत्री का यह रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।"
प्रदर्शनकारी ने ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा, "जो सत्ता का घमंड कर रही हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि यह शक्ति उन्हें भारत के संविधान ने दी है और वही जनता 2026 में यह शक्ति उनसे छीन भी लेगी।"
प्रदर्शन के दौरान हावड़ा मैदान की मुख्य सड़क पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया। टायर जलाने के कारण इलाके में धुएं का गुबार फैल गया। हालात को काबू में करने के लिए हावड़ा थाने की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया।