क्या टीएमसी नेता बेशर्मी की सारी हदें पार करने पर आमादा हैं?: सांसद मनन कुमार मिश्रा

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क्या टीएमसी नेता बेशर्मी की सारी हदें पार करने पर आमादा हैं?: सांसद मनन कुमार मिश्रा

सारांश

भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने टीएमसी नेता संजय सिंह की टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि उनकी बेशर्मी की कोई सीमा नहीं रह गई है। उन्होंने इस पर विस्तृत चर्चा की और अन्य नेताओं के बयानों की भी आलोचना की। क्या यह केवल राजनीतिक प्रतिकर्षण है या कुछ और?

Key Takeaways

  • सांसद मनन कुमार मिश्रा ने बेशर्मी की आलोचना की।
  • संजय सिंह के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण कहा।
  • टीएमसी नेताओं पर धर्म के प्रति अज्ञानता का आरोप।
  • राजनीतिक संवाद में सम्मान की आवश्यकता।

नई दिल्ली, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने संसद में जी राम जी योजना पर चर्चा के दौरान सांसद संजय सिंह के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि संजय सिंह हमारे आराध्य देवता भगवान राम के संदर्भ में इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकृत नहीं किया जा सकता है।

मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि जिस वक्त संजय सिंह ने ये बयान दिया, उस वक्त मैं भी संसद में ही मौजूद था। मुझे बहुत बुरा लगा। लोगों ने आपत्ति भी जताई। ये लोग बहुत ही आसानी से हिंदू धर्म के देवी और देवताओं के संदर्भ में अशोभनीय टिप्पणी कर जाते हैं, लेकिन किसी अन्य धर्म के बारे में इस तरह की विवादित टिप्पणी करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं।

उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा की ओर से भगवान राम को मुस्लिम बताए जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि अब तो मदन मित्रा ने कौन-सी डिक्शनरी, कौन से धर्म ग्रंथ में यह पढ़ लिया कि भगवान राम मुस्लिम थे? यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे आराध्य देवता के बारे में इस तरह की टिप्पणी की जा रही है। इसे हम किसी भी कीमत पर स्वीकृत नहीं कर सकते।

उन्होंने कहा कि टीएमसी के नेता बेशर्म हो चुके हैं। वे अब बेशर्मी की सारी हदें पार करने पर आमादा हो चुके हैं। उन्हें न तो ठीक से हिंदू धर्म के बारे में पता है और न ही मुस्लिम धर्म के बारे में। मुस्लिम समुदाय के लोग भी उनकी इस टिप्पणी से नाखुश हैं। यह बेशर्मी की पराकाष्ठा है। उन्हें किसी भी धर्म के बारे में समुचित ज्ञान नहीं है। अगर होता, तो वे इस तरह की टिप्पणी कतई नहीं करते।

भाजपा नेता ने समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इन लोगों का दिमाग खराब हो चुका है, इसलिए ये लोग इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकृत नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि आरके चौधरी को प्रदूषण फैलाने वाले इतने सारे स्रोतों के बारे में जानकारी नहीं है। उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है कि पराली और गाड़ियों से निकलने वाले धुएं से प्रदूषण फैलता है, बल्कि हमारी सदियों से चली आ रही शवदाह की परंपरा से इन्हें आपत्ति हो रही है और कह रहे हैं कि इससे प्रदूषण फैलता है। निसंदेह यह दुर्भाग्यपूर्ण है। ये लोग ऐसा करके हमारी सदियों से चली आ रही परंपरा को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो दुखद है।

उन्होंने दत्तात्रेय होसबाले के बयान पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि निसंदेह नदियों की पूजा करने से और योगा करने से स्वास्थ्य से संबंधित लाभ होते हैं। उन्होंने दावा किया कि मैं ऐसे कई मुस्लिम समुदाय के लोगों को जानता हूं जो स्वास्थ्य लाभ अर्जित करने के लिए प्रतिदिन योगा करते हैं। ऐसी स्थिति में मैं सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों से यही अपील करना चाहूंगा कि वे भी योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। इससे उन्हें स्वास्थ्य संबंधी फायदा बड़े पैमाने पर होगा।

मनन कुमार मिश्रा ने विकसित भारत जी राम जी बिल के संसद के दोनों सदनों से पारित होने के दौरान विपक्ष के हंगामे को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने बिल की कॉपी भी सदन में फाड़ दी। इतना ही नहीं, सभापति की ओर से नेता प्रतिपक्ष को भी इस बिल पर बोलने का पूरा मौका दिया गया। नेता प्रतिपक्ष ने इस बिल के संबंध में 35 मिनट तक अपनी बात रखी थी। इसके बावजूद भी विपक्षी दलों की ओर से इसे लेकर विरोध बंद नहीं हुआ। इन लोगों ने लोकसभा में भी खूब हंगामा किया था। इन लोगों की मांग पर ही चर्चा के लिए समय की मांग की गई थी, जिसे राज्यसभा की ओर से मंजूरी दे दी गई थी, लेकिन जब इन लोगों को पता लगा कि अब इस बिल के पक्ष में उनके पास बहुमत नहीं है, तो ये लोग ड्रामेबाजी करने लगे।

भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने कोडीन कफ सिरप प्रकरण में सीएम योगी की ओर से दिए बयान पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि बिना किसी तथ्यों के मुख्यमंत्री कोई बयान नहीं देते हैं। समाजवादी पार्टी का संबंध हमेशा से ही अपराधियों से रहा है और इस प्रकरण में भी इन लोगों की संलिप्तता रही है।

Point of View

यह घटना दर्शाती है कि राजनीति में धर्म और आस्था के प्रति संवेदनशीलता का अभाव है। नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियाँ केवल राजनीतिक लाभ के लिए होती हैं, जो समाज में विभाजन उत्पन्न कर सकती हैं। यह आवश्यक है कि सभी पक्षों को एक-दूसरे का सम्मान करते हुए संवाद करना चाहिए।
NationPress
20/12/2025

Frequently Asked Questions

टीएमसी नेता संजय सिंह ने क्या कहा?
संजय सिंह ने भगवान राम के संदर्भ में विवादास्पद टिप्पणी की, जिसे भाजपा सांसद ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा का क्या कहना है?
उन्होंने टीएमसी नेताओं की बेशर्मी की आलोचना की और कहा कि उन्हें धर्म के बारे में समुचित ज्ञान नहीं है।
क्या यह राजनीतिक मुद्दा है?
हाँ, यह एक राजनीतिक मुद्दा है क्योंकि धर्म और आस्था का राजनीति में उपयोग हो रहा है।
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