क्या मंगलवार को राम भक्त हनुमान की विधि-विधान से पूजा करने से हर मनोकामना पूर्ण होगी?
सारांश
Key Takeaways
- मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- पौष माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि का महत्व है।
- अभिजीत मुहूर्त में पूजा करना श्रेष्ठ होता है।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें और प्रसाद चढ़ाएं।
- नियमित पूजा से हनुमान जी जल्दी प्रसन्न होते हैं।
नई दिल्ली, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पौष माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि मंगलवार दोपहर 2 बजकर 28 मिनट तक रहेगी, जिसके बाद षष्ठी तिथि प्रारंभ होगी। इस दिन सूर्य वृश्चिक राशि में और चंद्रमा 10 दिसंबर रात 2 बजकर 22 मिनट तक कर्क राशि में स्थित रहेगा। इसके बाद यह सिंह राशि में गोचर करेंगे।
द्रिक पंचांग के अनुसार, मंगलवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 53 मिनट तक रहेगा और राहुकाल का समय दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। इस दिन कोई विशेष पर्व नहीं है, लेकिन आप इस दिन राम भक्त हनुमान की विधि-विधान से पूजा कर सकते हैं।
स्कंद पुराण के अनुसार, मंगलवार के दिन हनुमान का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन बजरंग बली की विधि-विधान से पूजा करने से मनोकामनाओं की प्राप्ति होती है।
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए भक्त कुछ उपाय कर सकते हैं।
मंगलवार को हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा करने के लिए, ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अपने नित्य कर्म-स्नान आदि करने के बाद पूजा स्थल को साफ करें। इसके बाद एक लकड़ी की चौकी लें, उस पर एक लाल कपड़ा बिछाएं और पूजा की सम्पूर्ण सामग्री और अंजनी पुत्र की प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद, हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें, सिंदूर, चमेली का तेल, लाल फूल और प्रसाद चढ़ाएं और बजरंग बली की आरती करें। आरती के बाद आसन को प्रणाम करें और प्रसाद ग्रहण करें। साथ ही, इस दिन शाम को भी हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।
व्रत में केवल एक बार भोजन करें और नमक का सेवन न करें। मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करने से शक्ति और साहस में वृद्धि होती है। साथ ही, जीवन में सुख-समृद्धि आ सकती है। मान्यता है कि नियमपूर्वक बजरंग बली की पूजा करने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।