क्या इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे से मिले पर्दे के हीरो मनोज बाजपेयी? ओम राउत ने साझा की यादगार तस्वीरें

सारांश
Key Takeaways
- इंस्पेक्टर जेंडे की कहानी वास्तविकता पर आधारित है।
- फिल्म में मनोज बाजपेयी ने मुख्य किरदार निभाया है।
- निर्माता ओम राउत ने पिता की प्रेरणा से फिल्म बनाई।
- फिल्म में कई प्रसिद्ध कलाकारों ने महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।
- यह फिल्म दर्शकों को साहस और प्रेरणा देती है।
मुंबई, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्तमान में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई कॉमेडी थ्रिलर फिल्म 'इंस्पेक्टर जेंडे' दर्शकों के बीच काफी चर्चा का विषय बनी हुई है। इस फिल्म के निर्माता ओम राउत ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक विशेष क्षण साझा किया, जिसमें असली इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे की मुलाकात रील इंस्पेक्टर जेंडे, यानी अभिनेता मनोज बाजपेयी से हुई।
फिल्म निर्माता ने अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे के साथ मनोज बाजपेयी और फिल्म की पूरी टीम दिखाई दे रही हैं। अभिनेता ने इसे कैप्शन दिया, "मैंने अपने पिता से इंस्पेक्टर जेंडे की कई कहानियाँ सुनी हैं। आज, मुझे उनके ऊपर नेटफ्लिक्स के लिए एक फिल्म बनाने का अवसर मिला है। यह एक खास पल है। इस बीटीएस में, रील इंस्पेक्टर जेंडे की असली इंस्पेक्टर जेंडे से मुलाकात हुई। हमें गर्व महसूस हो रहा है कि असली जेंडे सर हमारे फिल्म सेट पर आए। उन्होंने मनोज बाजपेयी और मेरे पिता से मुलाकात की और हमारे लिए यह पल बेहद खास है। चिन्मय मांडलेकर, मनोज बाजपेयी सर, नेटफ्लिक्स, जय शेवकरमानी और इंस्पेक्टर जेंडे की पूरी कास्ट व क्रू का धन्यवाद, जिन्होंने इस सफर को संभव बनाया।
फिल्म की रिलीज से पहले, निर्माता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया था कि उन्हें 'इंस्पेक्टर जेंडे' को बनाने का विचार कैसे आया।
अभिनेता ने बताया, "मैं 'इंस्पेक्टर जेंडे' की कहानियाँ सुनते-सुनते बड़ा हुआ हूँ। इंस्पेक्टर जेंडे मुंबई पुलिस के एक ऐसे अधिकारी थे, जिन्होंने कुख्यात अपराधी चार्ल्स शोभराज, जिसे 'बिकिनी किलर' के नाम से जाना जाता है, को पकड़ा था।
उन्होंने आगे कहा, "मेरे पिता एक पत्रकार थे और वे इंस्पेक्टर जेंडे की कहानी से बहुत प्रभावित थे। जब वे काम कर रहे थे, तब इंस्पेक्टर जेंडे मुंबई पुलिस में थे। पिताजी ने इंस्पेक्टर जेंडे से कई बार मुलाकात की है और अपने अखबार में उनके बारे में कई लेख लिखे हैं, जिन्होंने महाराष्ट्र पुलिस और भारतीय पुलिस बल के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए।"
ओम राउत ने कहा, "मैंने तो बस अपने पिता की प्रेरणा को सिनेमा के माध्यम से सबके सामने प्रस्तुत करने की कोशिश की है। इस तरह यह फिल्म बनी है। आज इंस्पेक्टर जेंडे 88 साल के हैं, लेकिन वह अब भी एक आकर्षक और प्रेरणादायक मुंबई पुलिस अधिकारी हैं।"
चिन्मय मांडलेकर द्वारा लिखित और निर्देशित इस फिल्म का निर्माण जय शेवकरमानी और ओम राउत ने नॉर्दर्न लाइट्स फिल्म्स के बैनर तले किया है। फिल्म में मनोज बाजपेयी इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे के किरदार में हैं, जबकि जिम सरभ ने कुख्यात सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज से प्रेरित कार्ल भोजराज की भूमिका निभाई है।
इसके अलावा, साचिन खेडेकर, गिरीजा ओक, भालचंद्र कदम, हरीश दुधाड़े, भरत सावले, नितिन भजन, और ओंकार राउत जैसे कलाकार भी अहम किरदारों में हैं।