मुंबई में मनसे के विरोध प्रदर्शन को अनुमति क्यों नहीं मिली? मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कारण

सारांश
Key Takeaways
- मनसे को विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिली।
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सुरक्षा कारणों का हवाला दिया।
- प्रदर्शन करने के नियम और दिशा-निर्देश का पालन करना आवश्यक है।
- राजनीति में मीरा रोड को प्रयोगशाला के रूप में नहीं देखना चाहिए।
- भाषा विवाद ने महाराष्ट्र की राजनीति को प्रभावित किया है।
मुंबई, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के विरोध प्रदर्शन को अनुमति नहीं दी गई है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने बताया कि मनसे के कार्यकर्ता पुलिस द्वारा निर्धारित मार्ग का पालन नहीं कर रहे थे, जिस कारण प्रशासन ने उनके मार्च को अनुमति नहीं दी।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "यह कहना गलत होगा कि हमने मीरा रोड पर विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी। मैंने कमिश्नर से बात की है, जिन्होंने कहा कि पुलिस ने विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने से इनकार नहीं किया। हमने उनसे वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करने के लिए कहा, लेकिन वे इसके लिए सहमत नहीं थे। इसलिए यह कहना गलत होगा कि मोर्चा को अनुमति नहीं दी गई।"
फडणवीस ने आगे कहा, "महाराष्ट्र में किसी को भी आंदोलन करने की इजाजत है। यह एक लोकतांत्रिक राज्य है और जो भी मोर्चा निकालना चाहता है, वह अनुमति लेकर निकाल सकता है। हालांकि, यह जानना आवश्यक है कि रूट किस प्रकार है। भीड़, ट्रैफिक और किसी प्रकार की भगदड़ जैसी घटनाओं से बचने के लिए पुलिस रूट बदलने को कहती है। जब मैंने पुलिस कमिश्नर से पूछा, तो उन्होंने बताया कि हमने उन्हें (मनसे कार्यकर्ताओं) को रूट बदलने के लिए कहा, लेकिन वे इस रूट को बदलने के लिए तैयार नहीं थे।"
क्या मीरा रोड को राजनीति के लिए 'प्रयोगशाला' के रूप में देखा जा रहा है? इस सवाल पर देवेंद्र फडणवीस ने उत्तर दिया।
उन्होंने कहा, "मैं महाराष्ट्र की मानसिकता को समझता हूं। महाराष्ट्र की भावना ऐसी है कि इस प्रकार के प्रयोग यहां सफल नहीं होंगे। मराठी लोग उदार हृदय वाले हैं। जब भारत पर हमला हुआ, तो मराठी लोगों ने केवल महाराष्ट्र के बारे में नहीं सोचा, बल्कि उन्होंने पूरे देश के बारे में सोचा। इसलिए मराठी लोग कभी भी छोटी या संकीर्ण सोच नहीं रख सकते।"
ज्ञात हो कि भाषा विवाद के चलते 29 जून को मीरा रोड क्षेत्र में मनसे के कार्यकर्ताओं ने एक व्यापारी को पीटा था। कथित तौर पर व्यापारी से मारपीट उस समय हुई जब वह मराठी नहीं बोल पाया था। इस घटना के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में हंगामा मचा हुआ है।