क्या मॉरीशस के प्रधानमंत्री वाराणसी में 3 दिन बिताएंगे और गंगा आरती में शामिल होंगे?

सारांश
Key Takeaways
- मॉरीशस के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा 10-12 सितंबर तक है।
- वे गंगा आरती में शामिल होंगे।
- 11 सितंबर को पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी।
- यात्रा का उद्देश्य भारत-मॉरीशस की साझेदारी को मजबूत करना है।
- यात्रा में काशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन भी शामिल है।
वाराणसी, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे, जहाँ वे मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ द्विपक्षीय वार्ता संपन्न करेंगे। मॉरीशस के प्रधानमंत्री 10 से 12 सितंबर तक वाराणसी में रहेंगे। यह उनके वर्तमान कार्यकाल में भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत-मॉरीशस की रणनीतिक साझेदारी को और सशक्त बनाना है।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम और उनकी पत्नी वीना रामगुलाम 10 सितंबर की शाम को वाराणसी पहुँचेंगे। वाराणसी के मंडलायुक्त एस. राजलिंगम ने बताया कि लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। उनके स्वागत के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
मंडलायुक्त ने जानकारी दी कि 11 सितंबर को सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में उपस्थित होंगे। उनका कार्यक्रम लगभग 4 घंटे का होगा, जिसमें वे मॉरीशस के पीएम के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। उसी दिन शाम को, मॉरीशस के प्रधानमंत्री वाराणसी की प्रसिद्ध गंगा आरती में भाग लेंगे।
एस. राजलिंगम ने बताया कि 12 सितंबर को मॉरीशस के प्रधानमंत्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करेंगे। इसके बाद, वे अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे।
यह ध्यान देने योग्य है कि मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम 9 से 16 सितंबर तक भारत की 8 दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं। वे 9 सितंबर को मुंबई पहुँचे। इस अवसर पर विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम का भारत की राजकीय यात्रा पर मुंबई आगमन पर हार्दिक स्वागत है।"
यह उनकी वर्तमान कार्यकाल में भारत की पहली द्विपक्षीय विदेश यात्रा है। वाराणसी और अयोध्या के बाद, वे 13-14 सितंबर को देहरादून और 15 सितंबर को तिरुपति की यात्रा करेंगे। 16 सितंबर को दिल्ली में वे राजघाट और सदा सर्वदा अटल समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे, नए संसद भवन का दौरा करेंगे और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा भारत-मॉरीशस की उन्नत रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती प्रदान करेगी।