क्या मेरठ पुलिस ने सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करने वाले युवक को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना आवश्यक है।
- पुलिस ने त्योहारों के दौरान आपत्तिजनक सामग्री पर कड़ी निगरानी रखी है।
- इस घटना ने कानून और व्यवस्था की सुरक्षा को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है।
मेरठ, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश पुलिस त्योहारों के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणियों और पोस्टों पर कड़ी निगरानी रख रही है। इसी संदर्भ में, मेरठ में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। उसे सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में पकड़ा गया है।
आरोपी की पहचान 19 वर्षीय तुषार चौहान के रूप में हुई है, जो थाना गंगानगर क्षेत्र के गंगा ग्रीन सिटी फेस-2 का निवासी है। यह घटना 30 सितंबर को तब सामने आई जब तुषार चौधरी के इंस्टाग्राम आईडी से एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कथित तौर पर 'पैगंबर' और 'अल्लाह' के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई थीं।
वीडियो के वायरल होने के बाद एक व्यक्ति, फरदीन ने ब्रह्मपुरी थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज किया और आरोपी तुषार चौहान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के पास से वह मोबाइल फोन भी बरामद किया, जिससे वीडियो पोस्ट किया गया था।
मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो में युवक द्वारा की गई अभद्र टिप्पणियों ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। वर्तमान में आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई जारी है।
यह मामला ऐसे समय आया है, जब उत्तर प्रदेश में 'आई लव मोहम्मद' के पोस्टर को लेकर विवाद चल रहा है। नवरात्रि के दौरान पिछले कुछ हफ्तों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में ये पोस्टर देखे गए। विशेष रूप से बरेली में इस पोस्टर को लेकर हंगामा हुआ था, जहां पुलिस को स्थिति को संभालने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
बरेली के अलावा कानपुर, उन्नाव, औरेया और महराजगंज जैसे क्षेत्रों में भी ये पोस्टर पाए गए। 'आई लव मोहम्मद' पर विवाद उस समय और बढ़ा, जब हिंदू पक्ष ने 'आई लव महादेव' के पोस्टर भी जारी किए। इस समय, पुलिस सोशल मीडिया पर किए जाने वाले आपत्तिजनक कमेंट्स और पोस्टों को लेकर सतर्क है।