क्या भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती का दावा सही है, 'तृणमूल कांग्रेस के सांसद हमारे साथ हैं?'

सारांश
Key Takeaways
- मिथुन चक्रवर्ती ने तृणमूल कांग्रेस के सांसदों को अपने मित्र बताया।
- भाषा आंदोलन पर ममता बनर्जी पर आरोप लगाया।
- भाजपा नेता ने वोटर लिस्ट के मुद्दे पर सफाई दी।
कोलकाता, 24 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मिथुन चक्रवर्ती ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) तथा पश्चिम बंगाल की सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद हमारे मित्र हैं, हमारे साथ हैं। वे हमारे साथ उठते हैं, बैठते हैं और बातें करते हैं। वे किस पार्टी में जाएंगे या क्या करेंगे? यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है।
भाजपा नेता और अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने भाषा आंदोलन के संदर्भ में कहा कि बंगाली भाषा को लेकर कोई समस्या नहीं है। कहीं भी किसी बंगाली पर अत्याचार नहीं हो रहा है।
उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वे भाजपा शासित राज्यों में बंगाली भाषी लोगों के कथित उत्पीड़न की झूठी कहानी गढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस 2026 के विधानसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए भाषा आंदोलन चला रही है। वे और भी कुछ कर सकते हैं, लेकिन हम इन सभी के खिलाफ तैयार हैं।
'अधीर चौधरी ने कहा कि जैसे बिहार में वोटर कार्ड रद्द किए जा रहे हैं, यदि वैसा ही पश्चिम बंगाल में होता है तो हम कोर्ट जाएंगे', इस सवाल पर मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि आप जहां चाहें, जा सकते हैं।
मिथुन ने तृणमूल कांग्रेस के आरोप को भी ख़ारिज कर दिया। तृणमूल कांग्रेस ने कहा था कि भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई), भाजपा और केंद्र सरकार के निर्देश पर बंगाल के मतदाताओं के नाम वोटर सूची से चुनिंदा तरीके से हटाए जा रहे हैं।
भाजपा नेता ने आगे कहा कि किसी भी बंगाली मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटाया जा रहा है। केवल उन लोगों के नाम हटाए जा रहे हैं, जो अवैध रूप से घुसपैठ करके वोटर लिस्ट में शामिल हुए हैं।