क्या मोगा पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है?

सारांश
Key Takeaways
- मोगा पुलिस ने 3 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया।
- गिरफ्तार तस्करों के पास से हेरोइन और पिस्तौल बरामद हुई।
- पुलिस ने एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया।
- पंजाब पुलिस का लक्ष्य नशा तस्करी को समाप्त करना है।
- इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं।
मोगा, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस) - पंजाब में नशा तस्करी के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत मोगा पुलिस को एक और महत्वपूर्ण सफलता मिली है। कोट ई सेखा पुलिस ने 3 नशा तस्करों को 150 ग्राम हेरोइन, एक पिस्तौल और 4 जिंदा राउंड के साथ गिरफ्तार किया।
डीएसपी रमनदीप सिंह ने बताया कि कोट ई सेखा पुलिस ने एएसआई रघुविंदर प्रसाद के नेतृत्व में गुप्त सूचना के आधार पर तीन व्यक्तियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। तलाशी के दौरान उनके पास से 150 ग्राम हेरोइन, एक 32 बोर की पिस्तौल और 4 जिंदा राउंड बरामद किए गए। आरोपियों की पहचान अर्शदीप सिंह उर्फ गग्गर, अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श और बीर दविंदर सिंह उर्फ बत्ता निवासी जिला तरनतारन के रूप में हुई है।
पुलिस ने इनके खिलाफ थाना कोट ई सेखा में एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। शनिवार को तीनों आरोपियों को मोगा अदालत में पेश किया गया, जहाँ से पुलिस ने रिमांड लिया ताकि आगे की जांच और सप्लाई नेटवर्क का खुलासा किया जा सके।
पिछले दिनों पंजाब को नशामुक्त बनाने के अभियान में पंजाब पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की थी। अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने 6 तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 9 किलो से अधिक हेरोइन बरामद की थी।
पुलिस के अनुसार, एक बड़े ऑपरेशन में दो अंतरराज्यीय नशा तस्करी गिरोहों का भंडाफोड़ किया गया। पुलिस ने इसे क्रॉस-बॉर्डर नार्को-टेरर नेटवर्क के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
पुलिस का कहना है कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ में यह पता चला कि इस नेटवर्क का मुख्य सरगना जंडियाला गुरु का कुख्यात गैंगस्टर हरप्रीत उर्फ हैप्पी जट्ट था। प्रारंभिक जांच से यह भी खुलासा हुआ है कि वह पाकिस्तान स्थित तस्करों के साथ सीधे संपर्क में था और सोशल मीडिया के जरिए इस पूरे नेटवर्क को संचालित करता था।
पंजाब पुलिस ने कहा कि नशा तस्करी को समाप्त करना उनकी प्राथमिकता है। ड्रग माफिया और तस्करों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी ताकि पंजाब के युवाओं को नशे से बचाया जा सके।