क्या मोहन यादव ने गोवर्धन पूजा में भाग लेकर गौ-संरक्षण की प्रतिबद्धता जताई?

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क्या मोहन यादव ने गोवर्धन पूजा में भाग लेकर गौ-संरक्षण की प्रतिबद्धता जताई?

सारांश

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन में गोवर्धन पूजा के दौरान गौ-संरक्षण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का ऐलान किया। उन्होंने गायों को गुड़ खिलाते हुए कृषि कल्याण और गौ-माता के महत्व पर जोर दिया। साथ ही, गौशालाओं के लिए नई योजनाओं की भी घोषणा की।

Key Takeaways

  • मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गोवर्धन पूजा के दौरान गौ-संरक्षण का संकल्प लिया।
  • गौशालाओं के अनुदान को 20 रुपए से 40 रुपए करने का निर्णय।
  • गौ-वंश के उत्पीड़न पर कठोर दंड का प्रावधान।
  • प्राकृतिक खेती और गो आधारित उत्पादों का महत्व।
  • किसानों के लिए सोलर पंप का अंशदान कम किया जाएगा।

उज्जैन/भोपाल, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को उज्जैन की तिलकेश्वर गौशाला में गोवर्धन पूजा का आयोजन किया। इस अवसर पर उन्होंने गायों को गुड़ खिलाया और अपने संबोधन में गौ-माता के महत्व और कृषि कल्याण पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मां शिप्रा के किनारे स्थित तिलकेश्वर महादेव का यह प्राचीन स्थल और गोवर्धन पूजा का पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत की परंपरा में प्रकृति के साथ जुड़ाव की विशेषता है। उन्होंने भगवान कृष्ण को गोपाल के रूप में याद करते हुए गौ-संरक्षण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।

मोहन यादव ने गौ-संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की। उन्होंने बताया कि गौशालाओं में प्रति गौ-माता अनुदान राशि को 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए करने का निर्णय लिया गया है। गौ-वंश की हत्या या उत्पीड़न करने वालों के लिए कठोर सजा का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा, 25 गायों से अधिक के प्रोजेक्ट के लिए 40 लाख रुपए की लागत पर 10 लाख रुपए की सब्सिडी देने की योजना भी शुरू की गई है। 5,000 से अधिक गायों वाली बड़ी गौशालाओं को 125 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदेश सरकार गौ-संरक्षण और कृषि कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे राज्य की सांस्कृतिक और आर्थिक समृद्धि को नई दिशा मिलेगी।

उन्होंने कहा कि केन-बेतवा नदी जोड़ो अभियान और पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के माध्यम से सिंचाई हेतु पानी की व्यवस्था की जाएगी। सोलर पंप लगाने के लिए किसानों का अंशदान 40 प्रतिशत से घटाकर मात्र 10 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही, किसानों को सोयाबीन का उचित दाम दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने फूड पार्क और फूड प्रोसेसिंग इकाइयों को बढ़ावा देने की बात कही ताकि किसानों और व्यापारियों को लाभ मिल सके।

उन्होंने भोपाल में गोवर्धन पूजा के अवसर पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने गोवर्धन पूजन किया और गायों को गुड़-रोटी खिलाई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गौ सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली पांच संस्थाओं को सम्मानित किया। इन संस्थाओं ने न केवल गौ सेवा में योगदान दिया, बल्कि गोबर और गोमूत्र से कई उपयोगी उत्पाद भी बनाए हैं, जो प्राकृतिक खेती और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जिसमें गौ आधारित उत्पादों और प्राकृतिक खेती से जुड़ी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। उन्होंने गौ आधारित उत्पादों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गोमूत्र से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की दवाएँ बन रही हैं, जबकि गोबर से कई उपयोगी उत्पाद तैयार हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। हर त्योहार में एक विशेष संदेश छिपा होता है और गोवर्धन पूजा का संदेश गौ सेवा और प्रकृति के प्रति सम्मान है।

Point of View

NationPress
21/10/2025

Frequently Asked Questions

गोवर्धन पूजा का महत्व क्या है?
गोवर्धन पूजा का महत्व गौ सेवा और प्रकृति के प्रति सम्मान को दर्शाना है। यह पर्व गौ माता की पूजा करने और उनके प्रति श्रद्धा प्रकट करने का अवसर है।
मुख्यमंत्री ने गौ-संरक्षण के लिए क्या घोषणाएँ की?
मुख्यमंत्री ने गौशालाओं के लिए अनुदान राशि बढ़ाने, गौ-वंश की हत्या पर कठोर सजा और बड़े प्रोजेक्ट के लिए सब्सिडी की घोषणाएँ की हैं।