क्या जीएसटी कटौती के बाद मदर डेयरी ने ट्रेटा पैक दूध के दाम घटाए?

सारांश
Key Takeaways
- मदर डेयरी ने ट्रेटा पैक दूध की कीमत में 2 रुपए की कमी की है।
- नई कीमतें 22 सितंबर से लागू होंगी।
- जीएसटी सुधारों के तहत कई अन्य डेयरी उत्पादों की कीमतें भी घटेंगी।
- सरकार ने आवश्यक खाद्य वस्तुओं पर कर में कमी की है।
- उपभोक्ताओं को बेहतर मूल्य पर पौष्टिक उत्पादों का लाभ मिलेगा।
नई दिल्ली, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत की प्रमुख दुग्ध कंपनियों में से एक मदर डेयरी ने ट्रेटा पैक दूध के दाम में 2 रुपए प्रति लीटर की कमी की है। यह निर्णय जीएसटी सुधारों के बाद लिया गया है, जिसमें कई उत्पादों पर टैक्स में कटौती की गई है।
नई कीमतें 22 सितंबर से लागू होंगी, जब जीएसटी की नई दरें देश भर में लागू की जाएंगी।
खाद्य उत्पादों के लिए जीएसटी दरों में संशोधन के बाद, दूध के साथ-साथ पनीर, मक्खन, चीज़ और आइसक्रीम की कीमतों में भी कमी आएगी।
सूत्रों के अनुसार, अब मदर डेयरी के यूएचटी टोन्ड दूध के एक लीटर के ट्रेटा पैक की कीमत घटकर 75 रुपए हो गई है, जो पहले 77 रुपए थी। इसी प्रकार, 200 ग्राम पनीर की कीमत घटकर 92 रुपए हो गई है, जबकि पहले यह 95 रुपए थी।
अतः 500 ग्राम के मक्खन की कीमत घटकर 285 रुपए रह गई है, जो पहले 305 रुपए थी। इसके अलावा, कंपनी ने आइसक्रीम की कीमतों में 1 से 20 रुपए तक की कटौती की है।
जीएसटी सुधारों के अंतर्गत, सरकार ने आवश्यक खाद्य वस्तुओं और स्टेशनरी उत्पादों पर कर कम करके नागरिकों को राहत प्रदान की है। कर की दरें पहले के 12 और 18 प्रतिशत स्लैब से घटाकर 5 प्रतिशत और शून्य कर दी गई हैं।
यूएचटी दूध, पनीर/छेना, पराठा/परोटा, खाखरा, चपाती/रोटी और पिज्जा ब्रेड जैसी खाद्य वस्तुओं को जीएसटी से मुक्त कर दिया गया है। पैकेज्ड फूड/स्नैक्स, चॉकलेट, सॉस, जूस, कॉफी आदि पर अप्रत्यक्ष कर भी घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है, जिससे मांग और उद्योग की वृद्धि को बढ़ावा मिला।
इससे पहले, मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंदलिश ने 4 सितंबर को जीएसटी परिषद के निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था, "हम पनीर, चीज़, घी, मक्खन, यूएचटी दूध, दूध आधारित पेय पदार्थ और आइसक्रीम सहित डेयरी उत्पादों पर जीएसटी दरों को कम करने के केंद्र सरकार के फैसले की सराहना करते हैं।"
बंदलिश ने आगे कहा, "कर स्लैब कम करने से पैकेज्ड और वैल्यू एडेड डेयरी उत्पादों को व्यापक स्तर पर अपनाने को बढ़ावा मिलेगा, जिससे उपभोक्ताओं की पसंद में वृद्धि होगी और अधिक परिवारों को उचित मूल्य पर पौष्टिक डेयरी उत्पादों का लाभ मिलेगा।"