क्या असम के मुख्यमंत्री ने भाजपा का बीटीसी चुनाव घोषणापत्र जारी किया?

सारांश
Key Takeaways
- बोडो शांति समझौते का 100 प्रतिशत कार्यान्वयन का वादा।
- नए बुनियादी ढांचे का निर्माण।
- महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए कदम।
- राजनीतिक स्थिरता पर जोर।
- बीटीसी चुनावों का शांतिपूर्ण आयोजन।
गुवाहाटी, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को गुवाहाटी के वाजपेयी भवन में आगामी बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का घोषणापत्र जारी किया।
मीडिया से बातचीत करते हुए सरमा ने कहा, "आज हमने बीटीसी परिषद चुनावों के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया है। इसमें हमने बोडो शांति समझौते का 100 प्रतिशत कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का वादा किया है। हम बीटीसी क्षेत्र में नए बुनियादी ढांचे का निर्माण करेंगे, उच्च शिक्षा संस्थान स्थापित करेंगे, और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाएंगे।"
उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा बोडो समुदाय की विकास योजनाओं को प्राथमिकता देगी, जिसमें सड़कें, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। यह घोषणापत्र क्षेत्र की शांति और समृद्धि पर केंद्रित है, जो 2020 के शांति समझौते की भावना को मजबूत करेगा।
कार्यक्रम के दौरान सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, "किसी की भी मां हो, चाहे प्रधानमंत्री की मां ही क्यों न हो, मां तो मां होती है। जो लोग मां का अपमान करने की कोशिश करते हैं, वे हमारे देश में कभी सफल नहीं हो पाएंगे।"
हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के पाकिस्तान से संबंध वाले आरोपों पर विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट पर भी चर्चा की। उन्होंने इसे "बेहद विस्फोटक" बताया और कहा, "यह 96 पन्नों की रिपोर्ट है, जिसमें देश की संप्रभुता से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं। कैबिनेट में चर्चा के बाद हम इसे जनता के सामने रखेंगे और अगला कदम उठाएंगे।"
उन्होंने आरोप लगाया कि यह एक "कार्टेल" है जो देश की विकास प्रक्रिया को बदनाम करने का काम कर रहा है। इसमें एक पाकिस्तानी नागरिक और गोगोई की ब्रिटिश पत्नी की बड़ी भूमिका का जिक्र किया गया है।
हिमंत बिस्वा सरमा ने स्पष्ट किया कि बीटीसी चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना उनकी प्राथमिकता है, इसलिए रिपोर्ट पर फैसला चुनाव के बाद लिया जाएगा।