जनसेवक क्या आमजन से व्यवहार ठीक रखें? दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं: मुख्यमंत्री योगी

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री ने जनता की समस्याओं को सुनने का आश्वासन दिया।
- जनसेवकों को संवेदनशीलता से व्यवहार करने की आवश्यकता है।
- दिव्यांगों और जरूरतमंदों के लिए विशेष योजनाएं लागू करने का आश्वासन।
- बच्चों की पढ़ाई और स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता।
लखनऊ, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए पीड़ितों की समस्याओं को सुनकर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस ‘जनता दर्शन’ में 50 से अधिक पीड़ित शामिल हुए। सहारनपुर की एक महिला ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके पास राशन कार्ड नहीं है। जब वह राशन लेने गईं तो राशन डीलर ने उनके साथ अभद्रता की।
मुख्यमंत्री ने इस पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी जनसेवकों को आम जनता के साथ संवेदनशीलता से व्यवहार करना चाहिए। किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा।
सोमवार के कार्यक्रम में सबसे अधिक शिकायतें जमीनी विवादों से संबंधित थीं। प्रयागराज से आए एक सीआरपीएफ जवान ने भी अपनी समस्या सीएम के सामने रखी।
मुख्यमंत्री ने स्थानीय प्रशासन को इस मामले का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए। शामली से एक महिला ने भी शिकायत की कि उनके पति असम में तैनात हैं।
उन्होंने बताया कि उन्होंने प्रयागराज में जमीन खरीदी है, लेकिन कब्जा लेने में कठिनाई आ रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पत्र लेकर कार्रवाई का निर्देश दिया।
‘जनता दर्शन’ में आईं मंजू देवी त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री से आर्थिक सहायता की मांग की, क्योंकि उनका इलाज अपोलो अस्पताल में चल रहा है। सीएम ने कहा कि सरकार जरूरतमंद मरीजों को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है।
इस कार्यक्रम में दिव्यांग भी शामिल हुए। गाजीपुर से आए दिव्यांग उधम यादव ने पेंशन बढ़ाने, आयुष्मान कार्ड, हैंडपंप और आवास की मांग की। मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों को प्यार से दुलारा और उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों को चॉकलेट-टॉफी प्रदान की और उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद दिया।