क्या आप 'कोस्टा सेविंग्स ऐप' घोटाले से परिचित हैं? मुंबई पुलिस ने चेतावनी जारी की है!
सारांश
Key Takeaways
- कोस्टा सेविंग्स ऐप एक धोखाधड़ी का प्लेटफॉर्म है।
- यह ऐप आरबीआई या सेबी से मान्यता प्राप्त नहीं है।
- निवेश से पहले हमेशा वैधता की जांच करें।
- जल्दी शिकायत करने से पैसे वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
- संदिग्ध ऐप में निवेश से परहेज करें।
मुंबई, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने निवेशकों को एक गंभीर ऑनलाइन घोटाले के बारे में सावधान किया है। 'कोस्टा सेविंग्स' नामक ऐप के खिलाफ कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जहां असामान्य रूप से उच्च रिटर्न के झूठे वादों से लोगों को धोखा दिया जा रहा है।
यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है, लेकिन यह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई), सेबी या किसी अन्य नियामक संस्था से मान्यता प्राप्त नहीं है। पुलिस का कहना है कि यह एक धोखाधड़ी का प्लेटफॉर्म है, जो लोगों के पैसे हड़पने के लिए बनाया गया प्रतीत होता है।
आर्थिक अपराध शाखा को हाल के दिनों में दर्जनों शिकायतें मिली हैं। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि ऐप के विज्ञापनों में 20-30 प्रतिशत तक मासिक रिटर्न का लालच दिया जाता है, जो किसी भी वैध निवेश से असंभव है।
जानकारी के अनुसार, ऐप के सर्वर विदेशी हैं, जिससे ट्रांजेक्शन ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है। पुलिस का अनुमान है कि सैकड़ों लोग इस जाल में फंस चुके हैं और नुकसान करोड़ों में पहुंच सकता है। यह घोटाला उन लोगों को निशाना बना रहा है जो आसान कमाई के चक्कर में आते हैं, खासकर युवा और मध्यम वर्ग के लोग।
मुंबई पुलिस की ओर से इस संबंध में जारी चेतावनी में कहा गया है कि नागरिक किसी भी अनधिकृत या संदिग्ध ऐप में निवेश न करें। निवेश से पहले हमेशा आरबीआई, सेबी या संबंधित नियामक निकायों की वेबसाइट पर प्लेटफॉर्म की वैधता की पुष्टि करें।
पुलिस ने कहा है कि यदि आपने पहले ही 'कोस्टा सेविंग्स ऐप' में निवेश कर लिया है, तो तुरंत आर्थिक अपराध शाखा मुंबई से संपर्क करें। शिकायत दर्ज करने के लिए ईमेल पर पूरी जानकारी भेजें, जैसे ट्रांजेक्शन डिटेल्स, ऐप से संबंधित स्क्रीनशॉट और संपर्क नंबर।
पुलिस ने कहा कि जल्द शिकायत करने से पैसे वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है। आर्थिक अपराध की टीम ऐप के पीछे के नेटवर्क की जांच कर रही है और संदिग्ध खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया में है।