क्या मुंबई में फर्जी दस्तावेजों पर रह रही बांग्लादेशी 'गुरु मां' को गिरफ्तार किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अवैध निवास एक गंभीर अपराध है।
- पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई एक चेतावनी है।
- इस तरह के मामलों में सख्ती से निपटने की आवश्यकता है।
- ज्योति के मामले में सुरक्षा और कानूनी प्रक्रियाओं की गंभीरता को समझना होगा।
- अवैध प्रवासियों के खिलाफ खोज जारी है।
मुंबई, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में बांग्लादेशी ट्रांसजेंडर 'गुरु मां' के नाम से जानी जाने वाली ज्योति को गिरफ्तार किया है, जो पिछले 30 वर्षों से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत में निवास कर रही थी।
यह मामला तब उजागर हुआ जब हाल के कुछ महीनों में अवैध रूप से भारत में निवास कर रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे थे। मार्च 2025 में, शिवाजी नगर पुलिस ने रफीक नगर से कुछ बांग्लादेशी ट्रांसजेंडरों को हिरासत में लिया था। उस समय ज्योति को भी पकड़ा गया था, लेकिन उसके पास सभी भारतीय दस्तावेज मौजूद होने के कारण उसे छोड़ दिया गया था।
पुलिस ने ज्योति द्वारा प्रस्तुत किए गए भारतीय जन्म प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेजों की जांच की, जो सभी फर्जी पाए गए। इसके बाद पुलिस ने बाबू अयान खान उर्फ ज्योति उर्फ गुरु मां को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, ज्योति का असली नाम बाबू अयान खान है। वह 300 से अधिक फॉलोअर्स की 'गुरु मां' थी और मुंबई के रफीक नगर, गोवंडी और अन्य क्षेत्रों में उसके 20 से अधिक घर होने की जानकारी है।
पुलिस ने बताया कि ज्योति के खिलाफ मुंबई के शिवाजी नगर, नारपोली, देवनार, ट्रॉम्बे और कुर्ला पुलिस स्टेशनों में अन्य मामले भी दर्ज हैं। फिलहाल, पुलिस ने उसे पासपोर्ट अधिनियम की धाराओं के साथ भारतीय न्याय संहिता की अन्य धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है।
मुंबई पुलिस ने कहा कि यह गिरफ्तारी उन लोगों के लिए एक बड़ा चेतावनी है जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत में अवैध रूप से निवास कर रहे हैं। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कितने लोग अभी भी रह रहे हैं और उन फर्जी दस्तावेजों को कहां से बनवाया गया था।