क्या मुंबई क्राइम ब्रांच ने बुजुर्ग ड्रग तस्कर को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- बुजुर्ग ड्रग तस्कर की गिरफ्तारी से पता चलता है कि उम्र का कोई बंधन नहीं है।
- आर्थिक तंगी के कारण कई लोग गलत रास्ते पर चलने को मजबूर होते हैं।
- पुलिस की सजगता से बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुए हैं।
- ड्रग्स तस्करी की समस्या समाज के लिए एक गंभीर खतरा है।
- पुलिस अब अन्य संलिप्त व्यक्तियों का पता लगाने में जुटी है।
मुंबई, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट-9 ने बांद्रा क्षेत्र में एक बुजुर्ग को गिरफ्तार किया है, जो केले बेचने के ठेले की आड़ में ड्रग्स की तस्करी कर रहा था। आरोपी की पहचान 60 वर्षीय मोहम्मद अली अब्दुल गफ्फार शेख के रूप में हुई है।
आरोपी के पास से 153 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद की गई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 35.30 लाख रुपए बताई गई है।
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि बांद्रा रेलवे स्टेशन के निकट केले बेचने वाला ठेलेवाला असल में ड्रग्स का कारोबार करता है। इस सूचना पर पुलिस ने सिविल ड्रेस में निगरानी शुरू की। देर रात मोहम्मद अली को बांद्रा बस डिपो के पास महाराष्ट्रनगर रोड से गुजरते हुए देखा गया। जब उसे रोका गया और ठेले की जांच की गई, तो पुलिस को एक स्टील के डिब्बे में 153 ग्राम एमडी ड्रग्स प्राप्त हुई।
आरोपी को तुरंत हिरासत में लिया गया और पूछताछ के बाद एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। मोहम्मद अली को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 3 सितंबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।
पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि मोहम्मद अली आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। कोई स्थायी नौकरी न मिलने के कारण उसने केले बेचने का धंधा शुरू किया, लेकिन कम कमाई के चलते वह फल बेचने की आड़ में ड्रग्स की तस्करी करने लगा। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसे ड्रग्स की सप्लाई कौन करता था, वह कब से इस धंधे में शामिल था, क्या उसके कोई साथी भी हैं और क्या उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
इससे पहले, मुंबई पुलिस ने 22 अगस्त को ड्रग्स तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए वडाला क्षेत्र से 51 किलो गांजा बरामद किया था। पुलिस ने इस दौरान दो ड्रग सप्लायरों को भी गिरफ्तार किया था। बरामद किए गए मादक पदार्थ की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 11 लाख रुपए आंकी गई थी।