क्या मुंबई में लोक आस्था के महापर्व 'छठ पूजा' के लिए बीएमसी ने खास इंतजाम किए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- बीएमसी ने 67 स्थानों पर छठ पूजा के लिए इंतजाम किए हैं।
- 148 कृत्रिम विसर्जन टैंक पर्यावरण की सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं।
- 403 चेंजिंग रूम और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की व्यवस्था है।
- सफाई और निर्माल्य प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
- सुरक्षा नियमों का पालन आवश्यक है।
मुंबई, २५ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा धूमधाम से मनाया जा रहा है। पूर्वी भारत से आए लाखों श्रद्धालुओं के इस महापर्व को लेकर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने पूरी तैयारी कर ली है। शहर के हर कोने में भक्तों की सुविधा, सुरक्षा और स्वच्छता का ध्यान रखते हुए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
इस वर्ष मुंबई और उसके उपनगरों में कुल ६७ स्थानों पर छठ पूजा का आयोजन होगा। बीएमसी आयुक्त भूषण गगराणी और अतिरिक्त आयुक्त डॉ. अश्विनी जोशी के दिशा-निर्देशों के तहत इन तैयारियों की निगरानी की जा रही है। पिछले साल केवल ३९ स्थानों पर पूजा की अनुमति दी गई थी, जबकि इस बार यह संख्या लगभग दोगुनी कर दी गई है।
श्रद्धालुओं और आयोजकों की सुविधा के लिए बीएमसी ने सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया है। इसके तहत पूजा आयोजकों को अनुमति और आवश्यक समन्वय की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। हर विभाग में एक समन्वय अधिकारी नियुक्त किया गया है ताकि पुलिस, ट्रैफिक विभाग और अन्य एजेंसियों के बीच समन्वय बना रहे।
बीएमसी ने पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए १४८ कृत्रिम विसर्जन टैंक और तालाब तैयार किए हैं। इन टैंकों का उद्देश्य समुद्र किनारे और प्राकृतिक जलाशयों पर भीड़ को कम करना है।
घाटकोपर में सबसे ज्यादा ४४, दहिसर में २२ और कांदिवली में १६ टैंक बनाए गए हैं। सभी स्थलों पर स्वच्छ पानी और रोशनी की व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
बीएमसी ने इस अवसर पर सफाई और निर्माल्य प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया है। पूजा स्थलों पर अतिरिक्त सफाईकर्मी, वाहन, अस्थायी शौचालय, निर्माल्य कलश और फॉगिंग मशीनें लगाई जाएंगी। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि पूजा के बाद किसी भी स्थल पर गंदगी नहीं फैलने दी जाएगी और कचरे का निपटान तुरंत किया जाएगा।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बीएमसी ने ४०३ चेंजिंग रूम बनाए हैं। सभी स्थानों पर पर्याप्त रोशनी, पुलिस बल और ट्रैफिक नियंत्रण की व्यवस्था होगी।
महिलाओं और बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा पार्किंग व्यवस्था के लिए भी मुंबई पुलिस के साथ समन्वय किया गया है।
पूजा स्थलों पर पेयजल और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की व्यवस्था की गई है। आवश्यकता पड़ने पर एम्बुलेंस और स्वास्थ्यकर्मी मौके पर उपस्थित रहेंगे। बीएमसी अधिकारी लगातार क्षेत्रीय दौरे कर रहे हैं ताकि सभी तैयारियां सही ढंग से सुनिश्चित की जा सकें।
बीएमसी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें, गहरे पानी में न जाएं और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
प्रशासन ने कहा है कि छठ पूजा को शांति, सादगी और स्वच्छता के साथ मनाएं। किसी भी आपात स्थिति में नागरिक तुरंत बीएमसी हेल्पलाइन नंबर 1916 पर संपर्क करें।