क्या मुंबई में छत्रपति संभाजी महाराज पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला युवक गिरफ्तार हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- सोशल मीडिया पर ऐतिहासिक व्यक्तित्वों के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करना कानून का उल्लंघन है।
- पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया।
- स्थानीय नागरिकों ने पुलिस कार्रवाई का समर्थन किया है।
- सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से उपयोग करने की आवश्यकता है।
- ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
मुंबई, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्रपति संभाजी महाराज के प्रति सोशल मीडिया पर की गई एक आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में मुंबई की वाकोला पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। इस आरोपी की पहचान मोहम्मद सिद्दीकी उद्दीन के रूप में हुई है।
यह घटना एक इंस्टाग्राम पोस्ट से शुरू हुई, जिसमें शिकायतकर्ता ने छत्रपति संभाजी महाराज से संबंधित सामग्री साझा की थी।
शिकायतकर्ता के अनुसार, आरोपी ने संभाजी महाराज के संदर्भ में औरंगजेब से जुड़ा एक अत्यंत विवादित और अपमानजनक टिप्पणी की।
शिकायत प्राप्त होते ही वाकोला पुलिस ने तुरंत मामले को गंभीरता से लिया और पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की। इसके पश्चात, पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की और उसे गिरफ्तार कर लिया।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी से उसके कमेंट के पीछे की वजह पूछी गई है। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर ऐतिहासिक व्यक्तित्वों के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह समाज में तनाव और विवाद उत्पन्न करने का प्रयास है, जिसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
वाकोला पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मामले की आगे की जांच जारी है। पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि क्या आरोपी ने पहले भी इस तरह के विवादित पोस्ट किए थे या किसी समूह से प्रभावित होकर ऐसा किया।
मुंबई पुलिस लगातार सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर नफरत फैलाने, आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने और सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाली गतिविधियों पर नज़र रख रही है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से उपयोग करें और किसी भी प्रकार की उकसाने वाली या विवादित सामग्री से दूर रहें।
इस घटना के बाद, स्थानीय लोग सोशल मीडिया पर पुलिस कार्रवाई का समर्थन करते दिखाई दे रहे हैं। नागरिकों का कहना है कि छत्रपति संभाजी महाराज जैसे वीर और ऐतिहासिक व्यक्तित्व का अपमान किसी भी रूप में सहन नहीं किया जा सकता।
वहीं, पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि ऐसे मामलों में कानून के अनुसार कठोर कार्रवाई जारी रहेगी ताकि सोशल मीडिया का दुरुपयोग रोका जा सके और समाज में शांति और सौहार्द बनाए रखा जा सके।