क्या मुंबई में कांग्रेस का प्रदर्शन भाजपा के खिलाफ एक नई लड़ाई है?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस का प्रदर्शन भाजपा के खिलाफ शिक्षा की रक्षा के लिए है।
- सांसद वर्षा गायकवाड़ ने निजीकरण पर सवाल उठाए।
- हिरासत में लेने की कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया।
- कांग्रेस ने गरीब बच्चों की शिक्षा की सुरक्षा का संकल्प लिया।
मुंबई, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सांसद वर्षा गायकवाड़ और विधायक असलम शेख सहित महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता शनिवार को मालाड स्थित मालवणी टाउनशिप स्कूल के निजीकरण के खिलाफ सड़क पर उतरे। इसी दौरान, पुलिस ने वर्षा गायकवाड़ और असलम शेख को हिरासत में ले लिया।
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि भाजपा गरीब बच्चों की शिक्षा छीनकर मुंबई महानगर पालिका के स्कूलों को एनजीओ के हाथों में सौंप रही है। हिरासत में लिए जाने से पहले, सांसद वर्षा गायकवाड़ ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि 100 करोड़ रुपए खर्च कर बनाए गए इन स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए शिक्षा सुनिश्चित की गई थी, लेकिन अब भाजपा इसे खत्म करना चाहती है।
वर्षा गायकवाड़ ने सवाल करते हुए कहा, "स्कूल में लगभग 1200 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। सरकार ने 100 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद इसको अचानक निजी हाथों में सौंपने का काम क्यों किया है? जब मुंबई महानगर पालिका ने पूरा खर्चा उठाया है तो वह इस स्कूल को क्यों नहीं चला रही है, क्यों इसे दूसरों को सौंपा जा रहा है?"
उन्होंने आगे कहा कि महानगर पालिका के पैसों से बनाए गए स्कूल वही चलाए, इसलिए हम यहां आए हैं। कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने पर वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हम यहां सरकार के मंत्री से मिलने आए, हमारी आवाज को सुना जाना चाहिए।
इस दौरान, कांग्रेस विधायक असलम शेख ने सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने आरोप लगाए कि सरकार स्कूलों को बेचने का काम कर रही है। हम इसका विरोध करते हैं। महानगर पालिका के एक भी स्कूल को निजी हाथों में सौंपने नहीं देंगे। गरीब के बच्चे अच्छे से पढ़ें, यही सोच है और इसके लिए अगर गिरफ्तार किया जाता है तो हम तैयार हैं।