क्या मुंबई पुलिस की ईओडब्ल्यू ने आईपीएस अधिकारी के पति के खिलाफ चार्जशीट दायर की?

सारांश
Key Takeaways
- इस मामले में आईपीएस अधिकारी के पति के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है।
- घोटाले में २४.७८ करोड़ रुपए का धन शामिल है।
- ईओडब्ल्यू ने ५,५०० पन्नों का आरोपपत्र तैयार किया है।
- इस घोटाले में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया है।
- पुलिस का कहना है कि यह घोटाला पिछले एक दशक से चल रहा है।
मुंबई, १५ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने आईपीएस अधिकारी रश्मि करंदीकर के पति पुरुषोत्तम चव्हाण के खिलाफ एक विस्तृत आरोपपत्र पेश किया है। यह मामला २४.७८ करोड़ रुपए के जमीन घोटाले से संबंधित है।
इससे पहले, चव्हाण को मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (एमबीपीटी) की संपत्तियों पर रियायती दर पर जमीन दिलाने के झांसे में लोगों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अब वह एक और जमीन घोटाले का सामना कर रहे हैं।
ईओडब्ल्यू ने इस मामले में लगभग ५,५०० पन्नों का आरोपपत्र तैयार किया है, जिसमें ४० गवाहों के बयान शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, चव्हाण ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर गुजरात के कई व्यापारियों को भिवंडी, पुणे, पनवेल और शिवड़ी में सरकारी मकान और प्लॉट दिलाने का लालच दिया। आरोप है कि उन्होंने मुंबई पोर्ट ट्रस्ट और अन्य सरकारी जमीनों से जुड़ी फर्जी दस्तावेज तैयार कर पीड़ितों से करोड़ों रुपए की वसूली की।
यह घोटाला कथित तौर पर पिछले एक दशक से चल रहा था। पुलिस का कहना है कि चव्हाण ने पीड़ितों का भरोसा जीतने के लिए अपने राजनीतिक संपर्कों का उपयोग किया और पैसा मिलने के बाद अपना वादा नहीं निभाया।
यह घोटाला सरकारी आवास से संबंधित है, जिसकी कुल कीमत २४.७८ करोड़ रुपए आंकी गई है। ईओडब्ल्यू का मानना है कि इस मामले में और भी पीड़ित सामने आ सकते हैं और जांच जारी है।
रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी २०२५ में ईओडब्ल्यू ने करंदीकर के पति चव्हाण के खिलाफ मार्च २०१५ और अप्रैल २०२४ के बीच हुए अपराधों के लिए दो मामले दर्ज किए थे।