क्या मुंबई पुलिस ने हथियारों के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है? दो गिरफ्तार

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क्या मुंबई पुलिस ने हथियारों के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है? दो गिरफ्तार

सारांश

मुंबई के मालाड में पुलिस ने एक बड़े अवैध हथियारों के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। दो संदिग्धों की गिरफ्तारी के साथ-साथ भारी मात्रा में हथियारों की बरामदगी हुई है। यह गिरोह गोरखपुर तक फैला हुआ था। जानें इस कार्रवाई की पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • मालाड पुलिस ने अवैध हथियारों के रैकेट का भंडाफोड़ किया।
  • दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।
  • भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए।
  • गिरोह का नेटवर्क मुंबई से गोरखपुर तक फैला हुआ था।
  • पुलिस की जांच जारी है।

मुंबई, २७ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मालाड से एक चौंकाने वाली खबर आई है। मालाड पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। इस ऑपरेशन के दौरान दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और बड़ी मात्रा में हथियारों का जखीरा भी बरामद किया गया है।

इस रैकेट का नेटवर्क मुंबई से लेकर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर तक फैला हुआ था।

पुलिस ने इस कार्रवाई में कुल पांच देशी कट्टे, एक विदेशी पिस्तौल, कई जिंदा कारतूस, दो खाली मैगजीन, 12 बोर रायफल के 10 जिंदा राउंड और एक मारुति एस-क्रॉस कार जब्त की है।

यह कार्रवाई १६ सितंबर को मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर शुरू हुई, जिसमें पुलिस को जानकारी मिली थी कि मालाड पश्चिम के यात्री होटल के पास एक संदिग्ध व्यक्ति हथियार के साथ घूम रहा है। मालाड पुलिस ने तुरंत जाल बिछाया और संदिग्ध को हिरासत में लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से एक देशी कट्टा और जिंदा कारतूस बरामद हुआ।

गिरफ्तार किए गए पहले आरोपी की पहचान धीरज उपाध्याय (३५) के रूप में हुई, जो बोरीवली पश्चिम का निवासी है। जांच में पता चला कि धीरज का आपराधिक इतिहास लंबा है और वह पहले भी हत्या, डकैती जैसे कई गंभीर मामलों में गिरफ्तार हो चुका है।

पुलिस कस्टडी में पूछताछ के दौरान धीरज ने खुलासा किया कि उसने हथियार गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के रहने वाले रविंद्र उर्फ राघवेंद्र पांडे से खरीदे थे। इस जानकारी के आधार पर मालाड पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों की अनुमति से गोरखपुर में दबिश दी। वहां से रविंद्र पांडे को गिरफ्तार किया गया।

उसकी मारुति एस-क्रॉस कार की तलाशी में पुलिस को तीन देशी कट्टे, एक विदेशी पिस्तौल, दो खाली मैगजीन, 10 जिंदा कारतूस और 12 बोर रायफल के 10 जिंदा राउंड बरामद हुए।

प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह गिरोह लंबे समय से मुंबई और अन्य राज्यों में अवैध हथियारों की सप्लाई में शामिल था।

मालाड पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ने बताया कि इस कार्रवाई से अवैध हथियारों की तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। पुलिस अब इस रैकेट के अन्य सदस्यों और इसके पीछे के मास्टरमाइंड की तलाश में गहन जांच कर रही है।

Point of View

बल्कि यह हमारी सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता को भी दर्शाता है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।
NationPress
27/09/2025

Frequently Asked Questions

मुंबई में अवैध हथियारों का कारोबार कैसे चल रहा था?
अवैध हथियारों का यह कारोबार मुंबई से लेकर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर तक फैला हुआ था।
गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक इतिहास क्या है?
पहले आरोपी धीरज उपाध्याय का आपराधिक इतिहास लंबा है, जिसमें हत्या और डकैती शामिल हैं।
पुलिस ने कितने हथियार बरामद किए?
पुलिस ने इस कार्रवाई में कुल पांच देशी कट्टे, एक विदेशी पिस्तौल और कई जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
इस रैकेट के पीछे कौन था?
इस रैकेट के पीछे रविंद्र उर्फ राघवेंद्र पांडे था, जिसे गिरफ्तार किया गया है।
क्या इस रैकेट के अन्य सदस्य भी पकड़े जाएंगे?
पुलिस अब इस रैकेट के अन्य सदस्यों और इसके पीछे के मास्टरमाइंड की तलाश कर रही है।