क्या मुजफ्फरपुर में असामाजिक तत्वों पर पुलिस की पैनी नजर है? : एसएसपी सुशील कुमार

सारांश
Key Takeaways
- पुलिस असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखेगी।
- दुर्गा पूजा और दशहरा के दौरान नियमों का पालन आवश्यक है।
- डीजे के उपयोग पर प्रतिबंध है।
- जुलूस निकालने के लिए अनुमति लेनी होगी।
- अतिसंवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा उपाय किए गए हैं।
मुजफ्फरपुर, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दुर्गा पूजा और दशहरा के त्योहारों के दौरान यदि कोई माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा, तो पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी। बिहार के मुजफ्फरपुर में पुलिस प्रशासन इन त्योहारों के अवसर पर बेहद सतर्क रहेगा।
दुर्गा पूजा और दशहरा की तैयारियों पर चर्चा करते हुए, एसएसपी सुशील कुमार ने राष्ट्र प्रेस से कहा कि पुलिस पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे त्योहार का आनंद लें, लेकिन नियमों का पालन करें। असामाजिक तत्वों के खिलाफ हमारी निगरानी रहेगी और कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि असामाजिक तत्वों के खिलाफ धारा 126, 129, बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) और सीसीए (आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम) के तहत कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।
एसएसपी ने कहा कि शांति सुनिश्चित करने के लिए डीजे के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। जुलूसों और भीड़ पर निगरानी रखने के लिए ड्रोन का उपयोग भी किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जुलूस निकालने के लिए अनुमति लेनी होगी, बिना अनुमति के जुलूस निकालने पर कार्रवाई की जाएगी।
नियमों का उल्लंघन करने पर बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) की धारा के तहत कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि दशहरा और दुर्गा पूजा को शांति से मनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। शांति समिति की बैठकें आयोजित की गई हैं और सभी सदस्यों को निर्देश दिए गए हैं।
अतिसंवेदनशील स्थानों की पहचान की गई है और उन्हें सीसीटीवी कैमरों से सुरक्षित किया गया है। साथ ही, अन्य सुरक्षा उपायों के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। चिन्हित स्थानों पर पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की गई है।