क्या नंदिता दास बुसान फिल्म फेस्टिवल 2025 की जूरी में शामिल हैं?

सारांश
Key Takeaways
- नंदिता दास का जूरी में शामिल होना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
- बुसान फिल्म फेस्टिवल में नई श्रेणियाँ दर्शकों के लिए रोमांचक होंगी।
- नंदिता का अनुभव नए फिल्म निर्माताओं के लिए प्रेरणादायक है।
मुंबई, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध अभिनेत्री और निर्देशक नंदिता दास बुसान फिल्म फेस्टिवल 2025 में जूरी के रूप में कार्य करती नजर आएंगी। यह सुखद समाचार उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर साझा किया है।
इंस्टाग्राम पर अभिनेत्री ने लिखा, "बुसान में वापस आकर मैं बहुत उत्साहित हूं, यह दुनिया के मेरे पसंदीदा और पूरे एशिया के बेहतरीन फिल्म समारोहों में से एक है। लेकिन इस बार मैं एक अभिनेत्री, निर्देशक या पुरस्कार विजेता के रूप में नहीं जा रही हूं। मैं जूरी बनकर वहां जा रही हूं।"
वह पहले 2018 में बुसान फिल्म फेस्टिवल में गई थीं, जहां वह बतौर निर्देशक शामिल हुई थीं। इस बार वह निर्णायक मंडल का हिस्सा बनकर वहां जा रही हैं। जूरी का हिस्सा बनने के बाद अपनी भावनाएं साझा करते हुए उन्होंने लिखा, "काम और जीवन के तमाम तनावों के बीच मुझे पता है कि यह अनुभव रचनात्मक प्रेरणा का बहुत बड़ा स्रोत होगा। मैं एक हॉल में बेहतरीन फिल्में देखने और उसके बाद सबसे उत्साहजनक जूरी विचार-विमर्श का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं। मैं फिल्मों, लोगों, वहां के खाने, दूसरे फिल्म निर्माताओं और फिल्म प्रेमियों से बातचीत करने और दुनिया भर से आए अद्भुत दोस्तों से फिर से मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं।"
नंदिता दास ने यह भी बताया कि वह वहां से लगातार अपने फैंस के लिए अपडेट्स साझा करती रहेंगी। बुसान फिल्म फेस्टिवल में इस बार 5 नई श्रेणियाँ बनाई गई हैं, जिनमें इस साल पुरस्कार दिए जाएंगे।
नंदिता दास को "अर्थ," "फायर," और "बवंडर" जैसी फिल्मों में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है। भारतीय सिनेमा में उन्होंने अभिनय के साथ ही निर्देशन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 2008 में फिल्म "फिराक" से निर्देशन की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने "मंटो" और "ज्विगाटो" जैसी फिल्मों का निर्देशन किया है।
नंदिता दास कांस फिल्म फेस्टिवल सहित कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में निर्णायक मंडल का हिस्सा रह चुकी हैं।