क्या नारायण गुरुदेव ने समाज को नई दिशा और सोचने का तरीका दिया? : सीएम रेखा गुप्ता

सारांश
Key Takeaways
- नारायण गुरुदेव ने समाज को नई दिशा दी।
- सीएम रेखा गुप्ता ने उनके योगदान की सराहना की।
- समाज में भेदभाव को मिटाने की आवश्यकता है।
- दक्षिण भारत के लोग मददगार स्वभाव के होते हैं।
- गुरुदेव का जीवन तप और तपस्या से भरा था।
नई दिल्ली, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के विकासपुरी केरला पब्लिक स्कूल में 171वें श्री नारायण गुरु जयंती का महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस समारोह में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भाग लिया। उन्होंने मंच पर आकर सभी उपस्थित लोगों को संबोधित किया।
सीएम रेखा गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि नारायण गुरुदेव भारत की मानव जाति के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं, जिन्होंने समाज को नई दिशा दी और सोचने का एक नया तरीका प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि आज उनकी जन्म जयंती पर उन्हें बहुत खुशी महसूस हो रही है। यह उनके लिए एक नया अनुभव है और उन्होंने सभी को ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं दी।
सीएम ने कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि उन्होंने विज्ञान भवन में महात्मा गांधी जी और नारायण गुरुदेव जी की मुलाकात पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी जी द्वारा जातियों से परे समाज की कल्पना, नारायण गुरुदेव से प्रेरित थी। विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम ने उन्हें नया दृष्टिकोण दिया। नारायण गुरुदेव ने ऐसे समाज की कल्पना की जिसमें कोई भेदभाव न हो, एक ही ईश्वर और एक जाति के सभी लोग एक साथ जुड़े। उनके मार्गदर्शन में देश ने प्रगति की है। भारत एक विविधता वाला देश है जिसमें कई धर्म और जातियाँ हैं। आज गुरुदेव के योगदान से देश को नई दिशा मिली है। उन्होंने अपने जीवन को तप और तपस्या से भरा है।
सीएम ने आगे कहा कि दक्षिण भारत के लोग मददगार स्वभाव के होते हैं और वे अपने कार्यों के साथ-साथ दूसरों की मदद के लिए भी तत्पर रहते हैं।