क्या केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने नौगाम पुलिस स्टेशन में विस्फोट को दुर्भाग्यपूर्ण बताया?
सारांश
Key Takeaways
- नौगाम पुलिस स्टेशन में विस्फोट, 9 मृतक और 29 घायल।
- केंद्र मंत्री गजेंद्र शेखावत ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
- सुरक्षा एजेंसियां पहले से तैयारी में थीं।
- विस्फोट की तीव्रता से कई इमारतों को नुकसान।
- घायलों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
श्रीनगर, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर जिले के नौगाम पुलिस स्टेशन में हुई भीषण विस्फोट ने इलाके को हिला कर रख दिया है। इस घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है, जबकि 29 लोग घायल हुए हैं। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा, 'अभी पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के बाद सभी सुरक्षा एजेंसियां चौकस थीं। यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस प्रकार से पहले ही 2,900 किलो विस्फोटक बरामद किए गए थे, वह चौंकाने वाला है।'
गजेंद्र शेखावत ने बताया कि दिल्ली की घटना के पहले से ही सुरक्षा एजेंसियां उच्च अलर्ट पर थीं और कई गंभीर साजिशों को विफल किया गया था।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास की कई इमारतों के शीशे टूट गए और इसका धमाका 5 से 10 किलोमीटर दूर तक सुना गया।
सूत्रों ने बताया कि कई शव बुरी तरह जल चुके हैं, जिससे मृतकों की पहचान में समय लग रहा है। मृतकों में एक नायब तहसीलदार (कार्यकारी मजिस्ट्रेट) और एक स्थानीय दर्जी भी शामिल हैं। फिलहाल पहचान की प्रक्रिया जारी है।
विस्फोट के तुरंत बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात, आईजीपी और अन्य शीर्ष अधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे और स्थिति का मूल्यांकन किया। पुलिस स्टेशन परिसर में खड़े कई वाहनों में आग लग गई, जिन्हें बुझाने के लिए दमकल गाड़ियों को तैनात करना पड़ा।
घायलों को बादामी बाग स्थित सेना के बेस अस्पताल समेत कई अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कई की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
सूत्रों ने कहा कि जिस विस्फोटक सामग्री से यह हादसा हुआ, वह वही सामग्री है जो कुछ दिन पहले फरीदाबाद में एक आतंकवादी मॉड्यूल के भंडाफोड़ के दौरान बरामद की गई थी। इस ऑपरेशन में बड़ी मात्रा में विस्फोटक जब्त किए गए थे।