क्या नवादा के डीएम ने हिट एंड रन मामलों में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए?
सारांश
Key Takeaways
- जिलाधिकारी ने हिट एंड रन मामलों में सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया।
- सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय।
- 'नो हेलमेट, नो पेट्रोल' नीति की सख्ती से लागू करने की योजना।
- अवैध टोटो वाहनों के खिलाफ जांच अभियान का आयोजन।
- सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रमों की योजना।
नवादा, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के नवादा जिले में सोमवार को जिलाधिकारी रवि प्रकाश की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम, ब्लैक स्पॉट की पहचान, सुधारात्मक उपायों, हिट एंड रन मामलों में मुआवजा भुगतान और सार्वजनिक परिवहन संचालन से संबंधित मुद्दों पर गहन चर्चा की गई।
बैठक में एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (आईआरएडी) पोर्टल के अनुसार वर्ष 2022 से 2025 तक हिट एंड रन मामलों की कुल संख्या 300 बताई गई, जिसमें 175 मामलों में आवेदन कार्रवाई के लिए आगे बढ़ाए जा चुके हैं, जबकि 125 मामले लंबित हैं। वहीं नॉन हिट एंड रन मामलों में कुल 569 मामलों में से 291 आवेदन आगे बढ़ाए गए हैं, जबकि शेष 278 मामले लंबित हैं।
जिलाधिकारी रवि प्रकाश ने जिला परिवहन पदाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) को निर्देश दिया कि हिट एंड रन तथा नॉन हिट एंड रन के सभी लंबित मामलों की थाना-वार समीक्षा सुनिश्चित की जाए और प्रत्येक थानाध्यक्ष से वीकली प्रोग्रेस रिपोर्ट प्राप्त कर मामलों का जल्दी निपटारा कराया जाए।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सड़क सुरक्षा को लेकर जिले में व्यापक जन-जागरूकता और प्रवर्तन अभियान चलाया जाएगा। साथ ही स्पष्ट निर्देश दिया गया कि “नो हेलमेट, नो पेट्रोल” की व्यवस्था को जिले में सख्ती से लागू किया जाए।
उन्होंने जिला परिवहन पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस व्यवस्था के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सभी पेट्रोल पंपों की नियमित एवं औचक जांच की जाए। नियमों का उल्लंघन करने वाले पेट्रोल पंप संचालकों के विरुद्ध मोटर वाहन अधिनियम के तहत कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
नवादा शहरी क्षेत्र में यातायात जाम की समस्या को देखते हुए अवैध रूप से संचालित टोटो वाहनों के विरुद्ध सघन जांच अभियान चलाने तथा बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों के विरुद्ध विशेष जांच अभियान चलाकर चालान की कार्रवाई सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया।
जिला परिवहन पदाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं प्रमुख चौक-चौराहों पर सड़क सुरक्षा से संबंधित विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, ताकि अधिकाधिक लोग यातायात नियमों के पालन के प्रति जागरूक हो सकें।
बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाने के लिए नई रणनीतियों को अपनाने तथा सभी संबंधित विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर बल दिया गया।
इस अवसर पर सिविल सर्जन, जिला परिवहन पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक (यातायात), अवर परिवहन पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।