क्या एनडीए की घोषणा से बिहार चुनाव में निर्णायक जीत संभव है?

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क्या एनडीए की घोषणा से बिहार चुनाव में निर्णायक जीत संभव है?

सारांश

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद एनडीए नेताओं ने अपनी जीत का भरोसा जताया है। जदयू और हम के नेताओं ने विकास के वादों के साथ चुनावी मैदान में उतरने का संकल्प लिया है। क्या बिहार की जनता इस बार भी एनडीए को समर्थन देगी? जानें इस रिपोर्ट में।

Key Takeaways

  • बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हुई।
  • एनडीए ने विकास के मुद्दों पर जोर दिया।
  • संजय कुमार झा ने निर्णायक जीत का भरोसा जताया।
  • विकास के लिए योजनाएँ घोषित की गईं।
  • महागठबंधन पर एनडीए ने प्रहार किया।

पटना, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेताओं ने इस फैसले का स्वागत किया है। एनडीए नेताओं ने विश्वास व्यक्त किया कि गठबंधन एक बार फिर निर्णायक बहुमत के साथ सरकार बनाएगा।

जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा कि पार्टी दो चरणों में चुनाव कराने के चुनाव आयोग के फैसले का तहे दिल से स्वागत करती है।

उन्होंने कहा कि यह विधानसभा चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल अगले पांच वर्षों के लिए सरकार का निर्धारण करेगा बल्कि अगले 25 वर्षों के लिए बिहार के विकास की दिशा और भविष्य भी तय करेगा।

पार्टी के विकास विजन को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि इस चुनाव में बिहार की जनता हर जिले में उद्योग स्थापित करने, 2 करोड़ से अधिक माताओं और बहनों के स्वरोजगार के सपने को पूरा करने, 1 करोड़ से अधिक युवाओं को नौकरी या रोजगार प्रदान करने और लगभग 2 करोड़ उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ जारी रखने के लिए वोट देगी।

उन्होंने कहा कि बिहार में वर्तमान में 1.84 लाख करोड़ रुपए की लागत से एक्सप्रेसवे और राजमार्ग निर्माणाधीन हैं। लोग अगले पांच वर्षों में इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए वोट देंगे ताकि कोई भी व्यक्ति राज्य के किसी भी कोने से साढ़े तीन घंटे के भीतर पटना पहुंच सके।

झा ने कहा कि बिहार में जहां भी वे जाते हैं, एनडीए के पक्ष में मजबूत जनभावना दिखती है। लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत वाली डबल इंजन वाली सरकार को जारी रखना चाहते हैं। मुझे विश्वास है कि अगले पाँच वर्षों में बिहार देश के शीर्ष दस विकसित राज्यों में शामिल हो जाएगा।

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और एनडीए के सहयोगी संतोष कुमार ने भी इस घोषणा का स्वागत किया और गठबंधन की भारी जीत की भविष्यवाणी की।

उन्होंने कहा कि एनडीए पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगा और इस बार बिहार की जनता एनडीए को एक बार फिर भारी जीत दिलाएगी।

सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। जनता एनडीए के काम पर भरोसा करती है और विपक्ष के झूठे वादों को नकार देगी।

उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन का सफाया हो जाएगा और एनडीए कम से कम 200 सीटें जीतेगा। जनता विकास और स्थिरता के लिए वोट करेगी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बिहार जंगल राज से आगे बढ़कर सुशासन को अपना चुका है। इस बार भी जनता विकास की राजनीति को चुनेगी और जंगल राज को एक बार फिर सबक सिखाएगी।

Point of View

यह देखना दिलचस्प है कि बिहार चुनाव में विकास और स्थिरता के मुद्दे कैसे प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। एनडीए का जोर विकास पर है, और यह देखना होगा कि क्या जनता उनके वादों पर विश्वास करेगी।
NationPress
06/10/2025

Frequently Asked Questions

बिहार विधानसभा चुनाव कब होंगे?
भविष्य में चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित तारीखों के अनुसार बिहार विधानसभा चुनाव होंगे।
एनडीए की योजनाएँ क्या हैं?
एनडीए ने उद्योग स्थापित करने, रोजगार देने और मुफ्त बिजली जैसी योजनाएँ घोषित की हैं।
कौन-कौन से नेता एनडीए का हिस्सा हैं?
एनडीए में जदयू और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा जैसे दल शामिल हैं।
क्या एनडीए को फिर से जीत मिलेगी?
एनडीए के नेताओं का कहना है कि उन्हें जनता का समर्थन मिलेगा और वे भारी जीत की उम्मीद कर रहे हैं।
बिहार में विकास के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
बिहार में सड़कों, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई विकासात्मक योजनाएँ चलाई जा रही हैं।