क्या एनडीए की शानदार बढ़त और मैथिली की जीत विकास की जीत है?
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए ने चुनाव में शानदार बढ़त बनाई।
- मैथिली ठाकुर ने अलीनगर सीट पर जीत हासिल की।
- स्वाति मिश्रा ने इसे विकास की जीत बताया।
- बिहार की नई सांस्कृतिक पहचान को मजबूती मिली।
- युवाओं का नेतृत्व बढ़ता जा रहा है।
पटना, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। जैसे-जैसे नतीजे सामने आ रहे हैं, स्थिति स्पष्ट होती जा रही है। एनडीए तेजी से प्रचंड जीत की ओर बढ़त बनाए हुए है। वहीं, सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली सीट 'अलीनगर विधानसभा सीट' पर प्रसिद्ध लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने शानदार जीत हासिल की है। इस पर प्रसिद्ध गायिका स्वाति मिश्रा की प्रतिक्रिया भी आई है।
दरअसल, अलीनगर से मैथिली ठाकुर ने 84,915 वोट हासिल कर विजयी होकर अपना नाम रोशन किया है, जबकि आरजेडी के उम्मीदवार बिनोद मिश्रा को 73,185 वोट मिले। इस प्रकार, मैथिली ठाकुर ने 11,730 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की है।
एनडीए की शानदार बढ़त और मैथिली की जीत पर 'राम आएंगे' गाने से मशहूर गायिका स्वाति मिश्रा ने गर्व जताया। उन्होंने कहा, "यह बहुत खुशी की बात है। मुझे विश्वास है कि यह विकास की जीत है, और मुझे जनता पर गर्व है क्योंकि उन्होंने सही निर्णय लिया है।"
स्वाति मिश्रा का यह बयान अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।
स्वाति मिश्रा के करियर की बात करें तो उन्होंने बिहार के एक छोटे से गांव से निकलकर म्यूजिक की दुनिया में अपनी विशेष पहचान बनाई है। उनका चर्चित गाना 'राम आएंगे तो अंगना सजाऊंगी' रहा है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया पर साझा किया था और उनकी सराहना भी की थी।
अब बात करें अलीनगर विधानसभा सीट से जीतने वाली मैथिली ठाकुर की, तो वह एक प्रसिद्ध लोकगायिका हैं। 11 साल की उम्र में उन्होंने जी टीवी के सिंगिंग रियलिटी शो 'लिटिल चैम्प्स' में भाग लिया। इसके बाद उन्होंने 'इंडियन आइडल जूनियर' से भी ख्याति प्राप्त की। उन्होंने 2016 में 'जीनियस यंग सिंगिंग कॉम्पटीशन' जीता और अपना पहला म्यूजिक एल्बम लॉन्च किया। इसके पश्चात् वह 'राइजिंग स्टार' शो में गईं, जिसमें वह पहले रनर-अप रहीं। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रदर्शन किया। 2021 में उन्हें लोकमत सुर ज्योत्सना नेशनल म्यूजिक अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
वर्तमान में, वह बिहार में अपनी लोक गायिकी के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं। साथ ही, बिहार विधानसभा चुनाव में भारी वोटों के साथ जीतकर वह सबसे कम उम्र की विधायक बन गई हैं।