क्या एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने खान मार्केट का निरीक्षण किया और स्वच्छता व सुरक्षा के लिए निर्देश दिए?
सारांश
Key Takeaways
- खान मार्केट का निरीक्षण एनडीएमसी द्वारा किया गया।
- स्वच्छता और सुरक्षा पर जोर दिया गया।
- सुधार कार्य शीघ्र आरंभ करने के निर्देश दिए गए।
- मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन ने सहयोग देने का आश्वासन दिया।
- यह प्रयास 'विकसित भारत 2047' के दृष्टिकोण के अनुसार है।
नई दिल्ली, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। 'विकसित भारत 2047' के दृष्टिकोण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ, व्यवस्थित और भविष्य के लिए तैयार शहरों के संकल्प के अनुसार, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने शनिवार को खान मार्केट का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों और एनडीएमसी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर बाजार की स्थिति का अवलोकन किया।
निरीक्षण के दौरान चहल ने दुकानदारों से सीधे संवाद किया, उनकी समस्याओं और सुझावों को ध्यान से सुना, और नागरिकों के लिए सुविधाओं की मौके पर ही समीक्षा की। उन्होंने संबंधित विभागों को खान मार्केट के मुख्य प्रवेश द्वार और बैकलेन में सुधार एवं सौंदर्यीकरण कार्य शीघ्र आरंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह कार्य इसी माह में प्रारंभ होकर समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए, ताकि बाजार में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को बेहतर, सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल मिल सके।
उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने कहा कि खान मार्केट न केवल राजधानी का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है, बल्कि यहां आने वाले लोगों की सुविधा और अनुभव भी हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि स्वच्छता, सुगम आवागमन, और सुंदर शहरी वातावरण बनाए रखना एनडीएमसी की मुख्य प्राथमिकताओं में शामिल है।
उन्होंने कहा कि यह निरीक्षण एनडीएमसी द्वारा पहले किए गए निरीक्षणों की निरंतरता में है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि परिषद नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने और बाजारों के सौंदर्यीकरण के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन ने एनडीएमसी की सक्रिय भूमिका की सराहना की और सभी कार्यों में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने कहा कि ऐसे सभी प्रयास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत 2047' विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं, जिसका लक्ष्य शहरों को अधिक स्वच्छ, सुरक्षित, आधुनिक और जन-हितैषी बनाना है।