क्या नेपाल के युवकों को राष्ट्र निर्माण के लिए आगे आना चाहिए? : संजय निषाद

सारांश
Key Takeaways
- नेपाल के युवाओं को हिंसा का रास्ता छोड़कर आगे आना चाहिए।
- अमेरिका और चीन का नेपाल पर प्रभाव महत्वपूर्ण है।
- भारत को अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म की आवश्यकता है।
- पीएम मोदी का आभार कि उन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बनाया।
- लोकसभा चुनावों का प्रभाव भी महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय निषाद ने नेपाल में जेनरेशन जेड के विरोध प्रदर्शनों को लेकर नेपाल के युवाओं से अपील की है कि वे हिंसा का मार्ग छोड़कर नेपाल के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि नेपाल भारत का एक अत्यंत करीबी पड़ोसी है, जो सीमा के पार गहरे सांस्कृतिक एवं पारिवारिक संबंधों को साझा करता है। उन्होंने उल्लेख किया कि दुर्भाग्यवश, अमेरिका और चीन जैसे देशों ने ऐतिहासिक रूप से अन्य देशों की आर्थिकी का शोषण किया है, जिससे बेरोजगारी बढ़ी है और स्थानीय शक्तियों को कमजोर किया गया है। इसी का परिणाम है कि नेपाल में युवा हिंसा का सहारा ले रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि चीन और अमेरिका ने नेपाल को विकृत कर दिया है। मैं पीएम मोदी का धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बनाया है और भारत को सशक्त और विकसित बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं।
संजय निषाद ने भारत के लिए एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत में अपना सोशल मीडिया प्लेटफार्म होना चाहिए, क्योंकि वर्तमान में यह अमेरिका के नियंत्रण में है।
2024 के लोकसभा चुनावों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब चुनाव हो रहे थे तब पीएम मोदी और अमित शाह का फर्जी वीडियो वायरल किया गया। भारत को अपना सोशल मीडिया हैंडल बनाना चाहिए और कड़े कानून लागू करने की आवश्यकता है। राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने नेपाली युवाओं से अपील की है कि वे हिंसा का मार्ग छोड़कर नेपाल राष्ट्र के लिए आगे आएं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता को पुनः प्रारंभ करने के संबंध में संजय निषाद ने कहा कि भारत सरकार ने हाल ही में जीएसटी स्लैब में बदलाव किए हैं। रोजमर्रा की वस्तुओं को कर-मुक्त किया गया है और कई वस्तुओं पर जीएसटी की दरें कम की गई हैं, जबकि शराब और नशीली चीजों पर अधिक कर लगाया गया है। भारत को एक उभरती हुई महाशक्ति के रूप में देखा जा रहा है। निश्चित रूप से अब अमेरिका को इस पर विचार करना होगा। अमेरिका इसे नजरअंदाज नहीं कर सकता।
उन्होंने विशेष रूप से पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया कि उनके कार्यकाल में व्यापार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम हो रहा है।