क्या ट्रंप से पहले रुबियो से मिलेंगे नेतन्याहू? अचानक बदला शेड्यूल

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क्या ट्रंप से पहले रुबियो से मिलेंगे नेतन्याहू? अचानक बदला शेड्यूल

सारांश

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का अमेरिका दौरा महत्वपूर्ण है, जिसमें वे पहले मार्को रुबियो से मिलेंगे फिर ट्रंप से। क्या यह उनके एजेंडे में बदलाव लाएगा? जानें इस लेख में!

Key Takeaways

  • नेतन्याहू का अमेरिका दौरा गहरा राजनीतिक महत्व रखता है।
  • सीजफायर पर चर्चा महत्वपूर्ण है।
  • नेतन्याहू की ट्रंप से मुलाकात में कई मुद्दे उठाए जाएंगे।

फ्लोरिडा, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू रविवार को अमेरिका पहुंचे हैं। सोमवार को उनकी मुलाकात राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से निर्धारित है। पहले इस विषय पर स्थिति स्पष्ट नहीं थी, लेकिन बाद में विदेश मंत्रालय ने नया शेड्यूल साझा किया। इस दौरान अमेरिकी मीडिया में नेतन्याहू के रवैये पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, मुलाकातों में थोड़ा बदलाव किया गया है। अब वे पहले विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मिलेंगे, फिर ट्रंप से। नए कार्यक्रम के अनुसार, नेतन्याहू सोमवार सुबह 10 बजे (स्थानीय समयानुसार) रुबियो से मुलाकात करेंगे और फिर दोपहर 1 बजे ट्रंप से मिलेंगे।

नेतन्याहू की ट्रंप के साथ फ्लोरिडा स्थित उनके मार-ए-लागो रिसॉर्ट में बैठक स्थानीय समय के अनुसार दोपहर 1 बजे रखी गई है।

उनके कार्यालय ने शुरू में संवाददाताओं को बताया था कि दोनों मीटिंग्स दिन में बाद में होंगी, लेकिन व्हाइट हाउस और स्टेट डिपार्टमेंट ने सोमवार की मीटिंग के लिए अपडेटेड शेड्यूल जारी किया।

यह नेतन्याहू का पांचवां दौरा है। हर मुलाकात कुछ न कुछ आशंकाएं लेकर आती है। इस बार भी विदेशी मीडिया कुछ अनहोनी या हमले की संभावनाओं की ओर इशारा कर रहा है।

इस एजेंडे में गाजा में सीजफायर सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा होगा, जिसका पहला चरण अक्टूबर में शुरू हुआ था। हालांकि प्रारंभिक चरण के लिए तय की गई शर्तें काफी हद तक पूरी हो गई हैं, इजरायली सेनाएं नई जगहों पर लौट रही हैं। हमास ने सभी जीवित बंधकों और मृतकों के अवशेष लौटा दिए हैं, लेकिन ट्रंप के 20-पॉइंट प्लान के दूसरे चरण को लागू करना अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।

फिलहाल गाजा के दूसरे चरण को आगे बढ़ाने की चर्चा चल रही है। ट्रंप के योजना के अगले चरण में, हमास के बजाय फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर 'नॉन-अलाइंड फिलिस्तीनी टेक्नोक्रेट्स' से बनी एक अंतरिम सरकार का शासन होगा और हजारों सैनिकों वाली एक अंतरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल (आईएसएफ) तैनात की जाएगी।

अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, नई सरकार के बारे में महत्वपूर्ण घोषणा जनवरी में की जा सकती है।

शुक्रवार को, अमेरिकी समाचार आउटलेट एक्सियोस ने बताया कि ट्रंप के वरिष्ठ अधिकारियों ने निराशा व्यक्त की है “क्योंकि नेतन्याहू ने सीजफायर को कमजोर करने और शांति प्रक्रिया को रोकने के लिए कदम उठाए हैं।” इजरायली और अमेरिकी विश्लेषक इस पर सहमत हैं।

यह चर्चा बढ़ रही है कि अमेरिकी प्रशासन नेतन्याहू से निराश हो रहा है। सवाल यह है कि वह इसके बारे में क्या कदम उठाने वाला है, क्योंकि दूसरा चरण अभी शुरू होता नहीं दिख रहा है।

इसके अलावा, इजरायल में अगले 10 महीनों में चुनाव होने वाले हैं, जो कि नेतन्याहू के एजेंडे पर प्रभाव डाल सकते हैं।

डिप्लोमेसी में संकेत और संदेश का महत्व बहुत अधिक होता है। दोस्त बीबी का यूएस दौरा, इजरायली मीडिया को विशेष जानकारी न देना, और फिर फ्लोरिडा बैठक का रीशेड्यूल होना, ये सभी संकेत हैं जो गाजा योजना के दूसरे चरण को शुरू न करने के असमंजस और कुछ हद तक निराशा को प्रकट करते हैं।

Point of View

जिसका प्रभाव इजरायल और अमेरिका के संबंधों पर पड़ेगा। यह संभावनाएं और चुनौतियों को भी उजागर करता है।
NationPress
29/12/2025

Frequently Asked Questions

नेतन्याहू का अमेरिका दौरा कब है?
नेतन्याहू का अमेरिका दौरा 29 दिसंबर को शुरू हुआ और 30 दिसंबर को ट्रंप से मुलाकात होगी।
नेतन्याहू और ट्रंप की मीटिंग में कौन से मुद्दे उठाए जाएंगे?
मीटिंग में गाजा में सीजफायर और अन्य राजनीतिक मुद्दे उठाए जाएंगे।
मार्को रुबियो से मुलाकात का क्या महत्व है?
मार्को रुबियो से मुलाकात के जरिए नेतन्याहू अपनी रणनीतियों को मजबूत कर सकते हैं।
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