क्या पीएम मोदी के संबोधन के बाद नेक्स्ट जेन जीएसटी में बदलाव आएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- नेक्स्ट जेन जीएसटी एक जन-केंद्रित सुधार है।
- यह गरीबों और मध्यम वर्ग को सीधा लाभ देगा।
- स्वदेशी अपनाने की अपील की गई है।
- इससे व्यापार करने में आसानी होगी।
- यह भारत की विकास यात्रा को बढ़ावा देगा।
नई दिल्ली, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार की शाम 'नेक्स्ट जेन जीएसटी' पर देशवासियों को संबोधित किया, जिसे सरकार ने जीएसटी बचत उत्सव का नाम दिया। पीएम मोदी के संबोधन के उपरांत, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने विचार साझा किए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "नेक्स्ट जेन जीएसटी एक जन-केंद्रित सुधार है, जो गरीबों, मध्यम वर्ग, युवाओं, किसानों, महिलाओं, दुकानदारों और उद्यमियों को सीधा लाभ देगा।"
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कई महत्वपूर्ण बातें कीं, जिनमें 'नागरिक देवो भव:' की भावना को बढ़ावा, स्वदेशी अपनाने की अपील, स्थानीय निर्माण को प्रोत्साहन, सहकारी संघवाद पर बल और राज्य सरकारों को विकास में भागीदारी की अपील शामिल हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और इसके सोशल मीडिया समर्थकों द्वारा इस ऐतिहासिक कदम के प्रति नकारात्मकता फैलाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
गृह मंत्री अमित शाह ने 'नेक्स्ट जेन जीएसटी' को 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में एक बड़ी छलांग बताया। उन्होंने अपने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में कहा, "पीएम मोदी ने अपने संबोधन में यह स्पष्ट किया कि कैसे जीएसटी रिफॉर्म से कृषि, स्वास्थ्य, टेक्सटाइल्स, और मैन-मेड फाइबर जैसे क्षेत्रों में टैक्स कम कर मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है।"
अमित शाह ने कहा, "आप भी अपने दैनिक उपयोग की वस्तुओं में स्वदेशी को अपनाकर हर घर को स्वदेशी का प्रतीक बनाएं और आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण में योगदान दें।"
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, "पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि अगली पीढ़ी का जीएसटी सुधार मध्यम वर्ग, नव-मध्यम वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को कैसे लाभान्वित करेगा।" यह सुधार 22 सितंबर से शुरू होगा, जो दैनिक आवश्यक वस्तुओं को और अधिक किफायती बनाएगा और परिवारों को राहत प्रदान करेगा।
उन्होंने आगे लिखा, "यह व्यापार करने में आसानी को सरल बनाएगा और देश भर के एमएसएमई क्षेत्र और छोटे उद्यमों को सशक्त बनाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया। यह सुधार भारत की विकास गाथा को एक मजबूत बढ़ावा देगा और त्योहारों के मौसम से पहले प्रत्येक नागरिक के लिए बचत उत्सव का एक उपहार है। इस जन-केंद्रित सुधार को लागू करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का हार्दिक आभार, जो हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा और एक आत्मनिर्भर और विकसित भारत का मार्ग प्रशस्त करेगा।