क्या एनएफआर ने गुवाहाटी-सैरांग रूट पर यात्रियों को राहत देने के लिए क्रिसमस ट्रेनें चलाने की घोषणा की?
सारांश
Key Takeaways
- एनएफआर ने स्पेशल क्रिसमस ट्रेनें चलाने की घोषणा की है।
- ट्रेनों का संचालन 22 से 25 दिसंबर 2025 तक होगा।
- गुवाहाटी और सैरांग के बीच नई कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी।
- ट्रेनों में 14 कोच होंगे, विभिन्न श्रेणियों के यात्रियों के लिए।
- छोटे शहरों के यात्रियों को सुविधा मिलेगी।
गुवाहाटी, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। क्रिसमस और नए साल के त्योहारों के अवसर पर उत्तर पूर्वी क्षेत्र में यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। एनएफआर ने गुवाहाटी और सैरांग (मिजोरम) के बीच स्पेशल क्रिसमस ट्रेनें चलाने की घोषणा की है, जिससे मिजोरम और आस-पास के राज्यों में घर जाने वाले यात्रियों को सुविधाएं प्राप्त होंगी। ये ट्रेनें 22 से 25 दिसंबर 2025 तक चुनिंदा दिनों में संचालित होंगी।
हाल ही में शुरू हुई रेलवे कनेक्टिविटी ने मिजोरम को मुख्यधारा से जोड़ा है, और त्योहारों के दौरान यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण अतिरिक्त ट्रेनों की आवश्यकता थी। एनएफआर के अनुसार, ट्रेन नंबर 05609 गुवाहाटी से सैरांग के लिए सोमवार और बुधवार को चलेगी। यह ट्रेन 22 दिसंबर और 24 दिसंबर को सुबह 6:00 बजे गुवाहाटी से रवाना होकर शाम 7:30 बजे सैरांग पहुंचेगी।
वापसी में ट्रेन नंबर 05610 सैरांग से गुवाहाटी के लिए मंगलवार और गुरुवार को संचालित होगी। यह 23 दिसंबर और 25 दिसंबर को सुबह 6:00 बजे सैरांग से प्रस्थान कर शाम 7:50 बजे गुवाहाटी पहुंचेगी। यह समय-सारणी यात्रियों को दिन के समय यात्रा करने की सुविधा प्रदान करेगी।
ये स्पेशल ट्रेनें रास्ते में कई महत्वपूर्ण स्टेशनों पर रुकेगी, जिनमें जागीरोड, चपरमुख, होजाई, लुमडिंग, माइबोंग, न्यू हाफलोंग, न्यू हरंगाजाओ, बदरपुर, कटखल जंक्शन, हैलाकांडी, लालाबजार, जमिरा और बैराबी शामिल हैं। इससे छोटे शहरों और कस्बों के यात्रियों को भी सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
कोच कंपोजिशन की बात करें तो प्रत्येक ट्रेन में कुल 14 कोच होंगे। इनमें दो एसी 3-टियर कोच, आठ स्लीपर क्लास कोच, दो जनरल सेकंड क्लास कोच और दो जीएसएलआर (जनरेटर कार सह लगेज) कोच शामिल हैं। यह व्यवस्था विभिन्न वर्गों के यात्रियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर की गई है, ताकि एक आरामदायक यात्रा सुनिश्चित हो सके।
एनएफआर का यह कदम उत्तर पूर्वी राज्यों में रेल कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण है। हाल ही में उड़ानों के रद्द होने और सर्दियों की छुट्टियों में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के कारण रेल यात्रा की मांग बढ़ी है। ये स्पेशल ट्रेनें न केवल क्रिसमस मनाने के लिए घर जाने वालों के लिए राहत प्रदान करेंगी, बल्कि क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी बढ़ावा देंगी।