क्या सुहास शेट्टी हत्याकांड में एनआईए का बड़ा एक्शन है?

सारांश
Key Takeaways
- कर्नाटक में एनआईए द्वारा छापेमारी की गई।
- 18 स्थानों पर जांच की गई।
- 11 मोबाइल फोन और अन्य उपकरण जब्त किए गए।
- सुहास शेट्टी की हत्या को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
- भाजपा ने मुआवजे की घोषणा की।
नई दिल्ली, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बजरंग दल के सदस्य सुहास शेट्टी की हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कर्नाटक के विभिन्न जिलों में 18 स्थानों पर छापेमारी की।
इस साल मई में, संदिग्ध अब्दुल सफवान और अन्य ने मंगलुरु के बाजपे क्षेत्र में सुहास शेट्टी पर सार्वजनिक रूप से हमला किया। आरोपियों ने घातक हथियारों से उनकी बर्बरता से हत्या कर दी। इस कृत्य का उद्देश्य समाज में भय एवं आतंक फैलाना था।
एनआईए ने जून में स्थानीय पुलिस से इस मामले को अपने हाथ में लिया। इस प्रक्रिया में, केंद्रीय जांच एजेंसी ने मामले में पकड़े गए 12 व्यक्तियों और अन्य संदिग्धों के निवास स्थानों की तलाशी ली। मंगलुरु, चिक्कमगलुरु और हासन जिलों में की गई छापेमारी के दौरान 11 मोबाइल फोन, 13 सिम कार्ड और 8 मेमोरी कार्ड सहित कई डिजिटल उपकरण और अन्य संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए गए।
एनआईए इस हत्या के पीछे की साजिश की जांच कर रही है।
सुहास शेट्टी बजरंग दल का एक सक्रिय सदस्य था और यह मोहम्मद फाजिल की हत्या का मुख्य आरोपी था। शेट्टी और उसके साथियों ने कथित तौर पर भाजपा युवा कार्यकर्ता प्रवीण कुमार नेट्टारू की हत्या का बदला लेने के लिए 28 जुलाई, 2022 को फाजिल की हत्या की थी।
भाजपा कार्यकर्ता नेट्टारू की हत्या हिजाब विवाद के दौरान की गई थी। उसकी हत्या के बाद कर्नाटक में प्रतिशोध के लिए कई हत्याएं और चाकू घोंपने की घटनाएं हुई थीं।
याद रहे कि सुहास शेट्टी हत्याकांड को लेकर भाजपा सांसद कैप्टन ब्रिजेश चौटा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया था कि वह इस मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपें। इसके अतिरिक्त, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने सुहास शेट्टी के परिवार को 25 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की थी।