क्या नितेश राणे ने जीएसटी रिफॉर्म को सराहा और कहा- जनता आर्थिक रूप से अधिक सशक्त बनेगी?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी रिफॉर्म भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।
- नितेश राणे ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ाने को कहा।
- नवरात्रि के दौरान धार्मिक आस्थाओं का सम्मान आवश्यक है।
- फरहान के व्यवहार पर राणे ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
- लव जिहाद के खिलाफ सख्त संदेश जारी किया गया।
मुंबई, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और भाजपा नेता नितेश राणे ने जीएसटी की नई दरों के लागू होने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कदम भारतवासियों को आर्थिक रूप से और अधिक सशक्त बनाएगा।
नितेश राणे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो संबोधन था, वह देशवासियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके निर्णय से निश्चित रूप से हमारे घरेलू बाजार को मजबूती मिलेगी और आम नागरिकों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। प्रधानमंत्री का यह कदम भारतवासियों को आर्थिक रूप से और अधिक सशक्त बनाएगा तथा आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह निर्णय देश की आर्थिक प्रगति और रोजगार सृजन के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने इसे समयानुकूल और दूरदर्शी पहल माना।
एशिया कप के दौरान पाकिस्तान के क्रिकेटर फरहान ने अर्धशतक पूरा करने के बाद बल्ला हवा में लहराया जैसे कोई बंदूक से गोलियां चला रहा हो। इस पर भाजपा के महाराष्ट्र कैबिनेट मंत्री नितेश राणे ने कहा कि फरहान का यह व्यवहार ठीक नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि वह मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में ऐसा करें तो परिणाम भयानक हो सकते हैं।
राणे ने नवरात्रि उत्सव के दौरान मीट बैन पर भी चर्चा की और कहा कि महाराष्ट्र सरकार को नवरात्रि जैसे पावन पर्व पर मीट बैन के निर्णय को स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने धार्मिक आस्थाओं का सम्मान करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
राणे ने नवरात्रि और डांडिया के अवसर पर लव जिहाद के खिलाफ एक कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि नवरात्रि और डांडिया हिंदू आस्था से जुड़े पावन पर्व हैं और इन पर्वों में कुछ लोगों की घुसपैठ सही नहीं है। उन्होंने ऐसे लोगों को प्रवेश न देने की आवश्यकता पर बल दिया।